Sunday, 28 February 2016

नकसीर का इलाज
















आयुर्वेदिक उपायों से करें नकसीर का इलाज
नाक से खून बहने की समस्या को नकसीर कहते हैं।

गर्मी के दिनों में नाक से खून बहने की समस्या हममें से कई लोगों को परेशान करती है। इस समस्या को नकसीर के नाम से भी जाना जाता है। अगर आपके नाक की एक तरफ से बिना चेतावनी के, खून बहने लगता है, तो वह मौसम, शारीरिक व्यायाम, छींकें, और सर्दी-जुकाम के कारण होता है। अगर आपकी उम्र 50 से अधिक है और आप अनवरत रूप से रक्तस्राव के शिकार हैं तो अपने रक्तचाप का परिक्षण कराएँ, क्योंकि उच्च रक्तचाप रक्त पात्रों को हानि पहुँचाता है, जिससे प्रचुर मात्रा में रक्तस्राव होने लगता है।

नकसीर के लक्षण और कारण

कारण: संक्रमण, उच्च रक्तचाप, रक्त को पतला करने की औषधि का सेवन करना, मदिरापान, नाक में हल्की सी चोट, नाक को ज़ोर लगाकर साफ़ करना, सर्दी-ज़ुकाम या फ्लू, कोकेन का अधिक मात्रा में प्रयोग करना, साइनस संक्रमण वगैरह। 

लक्षण: एक या दोनों नथुनियों से रक्तस्राव, उनींदापन, नकसीर के कारण सदमा या असमंजस।

नकसीर के आयुर्वेदिक उपचार

फिटकरी के पाउडर को गाय के घी के साथ मिलाकर नोज़ ड्रॉप्स की तरह 
नाक में डालने से नकसीर को रोकने में सहायता मिलती है।

थोडा सा कपूर, धनिये के पत्तों के रस में मिला दें और इस मिश्रण को नाक में डालें। इस मिश्रण को नाक में डालने से नाक से खून बहना जल्दी बंद हो जाता है।

20 ग्राम आंवले को पूरी रात पानी में सोख कर रखें, और सुबह उस पानी को छान कर पी लें और आमला की लेई को अपने माथे और नाक के आसपास मल दें। इससे भी नाक का ख़ून रुकने में आपको काफी मदद मिलेगी। 

लाल चन्दन, मुलेठी, और नाग केसर को समान मात्रा में मिलाकर चूरा बना लें और उसमे से 3 ग्राम चूरा दूध के साथ लेने से भी आपको नकसीर में लाभ मिलेगा।

अनार के सूखे पत्तों का चूरा बनाकर सूंघने से भी नाक से रक्त का बहना काफी हद तक रुक सकता है।

आम की गुठली के रस को सूंघने से भी नकसीर में लाभ मिलता है।
2 ग्राम केले के पेड़ के पत्ते, 20 ग्राम क्रिस्टल शुगर और 1-1/2 लीटर पानी का मिश्रण दिन में एक बार पीने से गंभी से गम्भीर नकसीर में भी लाभ मिलता है।

एक दो बूँदें नींबू का रस नथुने में डालने से भी नाक से रक्तस्राव काफी हद तक रुक जाता है।

एक ग्लास पानी में एक चुटकी नमक डाल दें और इस पानी को नाक में स्प्रे करें। ऐसा करने से नाक में से रक्तस्राव कम हो जाता है।
जब नकसीर होता है तब यह पक्का कर लें आस पास का वातावरण शुष्क तो नहीं है। अगर है तो किसी अच्छे एयर ह्यूमिडीफायर से वातावरण को नम रखें जिससे आपके नाक की कार्यशीलता हल्की हो जायेगी और नाक से रक्तस्राव नहीं होगा।

नाक के बाहरी हिस्से पर आइस पैक लगायें। यह बहुत ही सरल और असरदार तरीका है नाक से रक्तस्राव रोकने का।
गीला तौलिया अपने सर पर रखने से भी नकसीर में लाभ मिलता है।

नकसीर के अन्य उपचार
कुर्सी पर शांत रूप से बैठें और अपना सिर पीछे की तरफ न झुकायें, और सामान्य स्थिति में रहने दें, ताकि रक्तस्राव गले के पीछे से नहीं बल्कि नाक से आसानी से हो सके।

आइस पैक या आइस क्यूब नाक पर लगाने से भी रक्तस्राव को रोकने में सहायता मिलती है।

अगर आप धूम्रपान के आदि हैं, तो उसे तुरंत रोक दें।

शुष्क वातावारण में रहने से बचें। एयर कंडिशनर और एयर कूलर उत्तम होते हैं क्योंकि वे हवा में नमी को बनाये रखते हैं।

गर्भनिरोधक गोलियों के प्रयोग में सावधानी बरतें, क्योंकि गलत गोलियों के प्रयोग से नाक से रक्तस्राव शुरू हो सकता है।

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