बाल तोड़
बालतोड़ होना एक आम बात है, कुछ लोगों को किसी भी कारण शरीर से कोई बाल किसी कारण टूट जाए तो वहां एक बड़ा फो़ड़ा जैसा हो जाता है।
बाल तोड़ का होना एक समान्य बात है। जब शरीर का कोई बाल टूट जाता है। उस जगह पर घाव के साथ फोड़ा बन जाता है। और फिर इसमें पस बन जाता है। जिसकी वजह से दर्द होता है। और शरीर में बेचैनी हो उठती है। यह दर्द ज्यादा सहा नहीं जाता है।इस फोड़े में पीप या पस बन जाता है। डॉक्टर के पास जाने पर वह एक चीरा लगाता है, तब यह ठीक होने लगता है।
लेकिन आयुर्वेदिक उपायों के जरिए बालतोड़ के दर्द से निजात पाया जा सकता है। यह कोई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन बालतोड़ में दर्द अधिक होता है। अब घबराने की जरूरत नहीं है। बस इन आसान उपायों को करें।
बाल तोड़ से निजात पाने के आयुर्वेदक उपचार :-
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शुरूआत में बालतोड़ होने पर गेहूं के 15 दानों को चबाकर उसका लेप को बालतोड़ वाली जगह पर लगाने से बाल तोड़ जल्द ठीक हो जाता है। या फिर नीम के पत्तों को पीसकर लगाने से भी बालतोड़ में राहत मिलती है।
एक चम्मच मैदा व पाव चम्मच सुहागा डालकर जरा सा घी डालें और इसे आग पर पकाकर हलवे जैसा गाढ़ा बना लें। इसे पुल्टिस की तरह बालतोड़ पर रखकर सोते समय पट्टी बांध कर सो जाएं। दो-तीन बार ऐसा करने पर बालतोड़ ठीक हो जाएगा।
देसी घी में 1 चम्मच मैदा मिलाकर उसे आग में पका लें और इसका पेस्ट बन जाने पर सोते समय बालतोड़ वाली जगह पर बांध लें। दो दिनों के भीतर ही बालतोड़ ठीक हो जाता है।
हल्दी में सरसों का तेल मिलाकर उसे हल्का गरम कर लें और इसे बालतोड़ वाली जगह पर लगाने से शीध्र लाभ मिलता है।पीपल की छाल को पानी के साथ मिलाकर घिस लें और इस पेस्ट को बालतोड़ पर लगाते रहने से थोड़े ही दिनों में बालतोड़ से निजात मिल जाता है।
मैदे में रूई को 15 से 20 मिनट तक भिगों लें और रूई को निचोड़कर बालतोड़ वाली जगह पर बांधने से 3 दिनों में ही यह रोग ठीक हो जाता है।
बालतोड़ वाली जगह को हल्का सा दबाने से उसकी कील निकाल लें। यह थोड़ा सा दर्द जरूर करता है लेकिन आसानी से कील निकल जाती है। फिर उस जगह हल्दी को लगा लें।
पीसी हुई मेंहदी भिगोकर उसे बालतोड़ के स्थान पर गाढ़ा-गाढ़ा लेप सुबह और रात को लगाने से बालतोड़ शीघ्र ही ठीक हो जाता है।
बालतोड़ कोई गंभीर बीमारी नहीं है।
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