गर्मी में सामान्य पसीना आना तो ठीक है, लेकिन अधिक पसीना आना और सर्दी में भी पसीना आना एक समस्या हो सकती है। यह समस्या कई बार आपको दुर्गन्ध का शिकार बना कर आपको असहज कर सकती है। इस लक्षण को हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है।
तेज पत्ते को सुखाकर पीस लें और उबालकर 24 घंटे के लिए छोड़ दें। इस पानी से शरीर के उन हिस्सों की रोज सफाई करें जिनमें आपको पसीना अधिक आता है।
शरीर के जिस हिस्से पर पसीना अधिक आता है उन पर आलू की स्लाइस मलें। इससे पसीना आना कम होगा।
नहाने के पानी में चुटकी भर बेकिंग सोडा डालकर नहाने से भी पसीने को नियंत्रित कर सकते हैं।
मूंग सेंककर पीस लें। इसमें पानी डालकर उबटन की तरह मलने से ज्यादा पसीना आना बंद हो जाता है।
हरड़ बारीक पीस लें। जहां पसीना अधिक आता हो, इसको मलें। मलने के दस मिनट बाद स्नान करें। अधिक पसीना आना बंद हो जाएगा।
मोठ सेंककर पीस लें। एक मुठ्ठी मोठ के इस आटे में आधा चम्मच नमक मिला लें। इसे सूखा ही, जहां पसीना अधिक आता हो, मलें। इससे अधिक पसीना निकलना बंद हो जाता है।
एक मुठ्ठी अरहर की दाल, एक चम्मच नमक और आधा चम्मच पिसी सौंठ ये तीनों मिलाकर सरसों के तेल में छौंक कर पीस लें। इस पाउडर से मालिश करने से पसीना आना बंद हो जाता है।
अगर पसीने में दुर्गंध आती हो तो नमक कम से कम खाना चाहिए।
कच्चे बैंगन का रस निकालकर हथेली और पैरों के तलवों पर लगाने से पसीना निकलना बंद हो जाता है।
एक चम्मच पिसी हुई फिटकरी दो गिलास ठंडे पानी में घोलकर हाथ-पैर धोएं। पसीना नहीं आएगा।
रोज दिन में एक बार टमाटर का जूस लेने से अधिक पसीने से राहत मिलती है।
रोज एक कप ग्रीन टी पीने से पसीने को नियंत्रित करने में आसानी होती है।
पानी अधिक से अधिक पिएं जिससे पसीने से दुर्गंध आपको न परेशान करे।
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