Sunday 9 August 2015

माइग्रेन का इलाज













माइग्रेन का इलाज -

माईग्रेन को कई लोग अलग-अलग नाम से जानते है कुछ लोग इसे अधकपारी या आधाशीशी का दर्द भी कहते है -

माईग्रेन एक बेहद दर्दकारक समस्या है, ज्यादातर देखा जाता है की माईग्रेन का दर्द सिर के बाएं अथवा दाहिने भाग में होता है, यानि सिर के एक ही हिस्से में इसे महसूस किया जाता है इसलिये इसे आधा सिर दर्द भी कहा जाता है।

कभी-कभी यह दर्द ललाट और आंखों पर भी स्थिर हो जाता है। जो नज़र की कमज़ोरी के कारण भी हो जाता है कई दफ़ा माईग्रेन का दर्द सुबह उठते ही प्रारंभ हो जाता है और सूरज के चढ़ने के साथ रोग भी बढ़ता जाता है।

दोपहर बाद दर्द में कमी हो जाती है। कारगर उपायों के तौर पर सुदुर ग्रामीण अंचलों में आदिवासी हर्बल जानकार अनेक हर्बल नुस्खों का इस्तमाल करते हैं, आज हम ऐसे ही एक कारगर नुस्खे का जिक्र करेंगे जिसे आमतौर पर आदिवासी अक्सर इस्तमाल में लाते हैं।

हर रोज एक एक बूँद श्री तुलसी की पानी मैं या चाय मे डॉल कर दो या तीन बार पी ले ।

तुवर के पत्तों या हरहर के पत्तों का रस (५० ग्राम) तथा दूब (दूर्वा घास) (५० ग्राम) का रस निकल कर, इन दोनो मिश्रण को आपस में अच्छी तरह घोल ले और इसमें ३-४ काली मिर्च भी कूटकर मिला ले इस रस की २-३ बूंद को नाक के दोनो नथूनों में डालें  १५ से २० दिन तक दिन में दो बार करें यह माईग्रेन का सबसे बढ़िया उपचार है।

माईग्रेन के नाम पर दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं लेकिन दर्द निवारक दवाओं से दर्द मे तो रहट मिल जाती है मगर इनके घातक दुष्प्रभावों से कई अन्य रोग होना भी आम बात है।

इस रोग के इलाज में माडर्न दवाएं ज्यादा सफ़ल नहीं हैं। साईड ईफ़ेक्टस ज्यादा होते हैं।

निम्नलिखित उपाय निरापद हैं और कारगर भी हैं:-
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बादाम 10-12 नग प्रतिदिन खाएं। यह माईग्रेन का उत्तम उपचार है।

बंद गोभी को कुचलकर एक सूती कपडे में बिछाकर मस्तक (ललाट) पर बांधें। रात को सोते वक्त या दिन में भी सुविधानुसार कर सकते हैं। जब गोभी का पेस्ट सूखने लगे तो नया पेस्ट बनाकर पट्टी बांधें। मेरे अनुभव में यह माईग्रेन का सफ़ल उपचार हैं।

अंगूर का रस 200 मिलिलीटर सुबह -शाम पीयें। आजमाने योग्य कारगर नुस्खा है।

नींबू के छिलके कूट कर पेस्ट बनालें। इसे ललाट पर बांधें । जरूर फ़ायदा होगा।

गाजर का रस और पालक का रस दोनों करीब 300 मिलिलीटर पीयें आधाशीशी में गुणकारी है।

गरम जलेबी 200 ग्राम नित्य सुबह सूर्य उगने के समय खाने से भी कुछ रोगियों को लाभ हुआ है। ये जलेबी पहले सूर्य को दिखाए फिर खुद खा ले -

आधा चम्मच सरसों के बीज का पावडर 3 चम्मच पानी में घोलक्रर नाक में रखें । माईग्रेन का सिरदर्द कम हो जाता है।

सिर को कपडे से मजबूती से बांधें। इससे खोपडी में रक्त का प्रवाह कम होकर सिरदर्द से राहत मिल जाती है।

माईग्रेन रोगी देर से पचने वाला और मसालेदार भोजन न करें।

विटामिन बी काम्प्लेक्स का एक घटक नियासीन है। यह विटामिन आधाशीशी रोग में उपकारी है। १०० मिलि ग्राम की मात्रा में रोज लेते रहें

तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाएं।

हरी सब्जियों और फ़लों को अपने भोजन में प्रचुरता से शामिल करें।

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