हर प्रकार के वायरल बुखार का इलाज:-
यदि आपके किसी भी जानकार को डेंगू, स्वाईन फ्लू अथवा अन्य किसी भी प्रकार का वायरल रोग हुआ हो और खून में प्लेटलेट्स की संख्या कम होती जा रही हो तो औषधीय गुणों से भरपूर ये चार चीज़ें रोगी को दीजिए :
a) अनार का रस l
b) गेहूँ के जवारे का रस l
c) पपीते के पत्तों का रस l तथा,
d) गिलोय/अमृता/अमरबेल सत्व l
३/. अनार का रस तथा गेहूँ के जवारे का रस नया खून बनाते हैं तथा रोगी को रोग से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैंl अनार का रस तो आसानी से उपलब्ध हो जाता है लेकिन यदि गेहूँ के जवारे का रस ना मिले तो रोगी को सेबफल का रस भी दिया जा सकता है l
४/. पपीते के पेड़ के पत्तों का रस सबसे महत्वपूर्ण है, पपीते का पेड़ आसानी से मिल जाता है उसकी ताज़ी पत्तियों का रस निकाल कर मरीज़ को दिन में २ से ३ बार दें, एक दिन की खुराक के बाद ही ब्लड-प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ने लग जाती है l
५/. गिलोय बेल की हाथ की उँगली बराबर मोटी डंडी के छोटे-छोटे टुकड़े करके
इन्हें 2 गिलास पानी में उबालें l जब पानी आधा रह जाये तो ठंडा होने पर रोगी को पिलाये l पिलाने के मात्र 45 मिनट बाद ही ब्लड-प्लेटलेट्स बढ़ने शुरू हो जाएँगे l गिलोय की बेल का सत्व मरीज़ को इसी प्रकार दिन में 2-3 बार देंl इससे रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से बढने लग जायेगी व रोग से लड़ने की शक्ति बढने के साथ-साथ अन्य कई रोगों का नाश भी हो जाएगा l
६/. यदि गिलोय की बेल ना मिले तो किसी भी नजदीकी पतंजलि चिकित्सालय से "गिलोय घनवटी" ले आएँl इसकी एक-एक गोली दिन में 3 बार दें l
७/. यदि रोगी बार-बार उल्टी करे तो सेब के रस में थोड़ा सा नींबू का रस मिलाकर रोगी को दें, उल्टियाँ आना बंद हो जाएँगी l
८/. यदि रोगी को अंग्रेजी दवाईयाँ दी जा रही हैं, तब भी उपरोक्त आयिर्वेदिक एवं प्राकृतिक औषधीय आहार रोगी को बिना किसी डर के दिए जा सकते हैं l
९/. यदि बुखार 1 दिन से ज्यादा रहे तो किसी चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श कर तदानुसार खून की जाँच अवश्य करवा लेनी चाहिए l वायरल बुख़ार और विशेषकर डेंगू, जितना जल्दी Dignose हो जाए, उपचार उतना ही जल्दी आसान हो जाता है और रोग जल्दी ख़त्म हो जाता है l
१०/. रोगी को एकदम हल्का एवं सुपाच्य आहार ही दें l खान-पान का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि बिना परहेज़ के कोई भी दवाई असर नहीं करती है l
११/. ऊपर बताए गए इलाजों में पपीते के पेड़ के पत्तों का रस सबसे जल्दी काम करता है इसके बाद गिलोय का प्रयोग असरकारक होता है l
१२/. डेंगू, स्वाईन-फ्लू, आदि किसी भी प्रकार के बुखार का इनसे अच्छा एवं सस्ता अन्य कोई इलाज हो नहीं सकता है l
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