Friday, 4 September 2015

घरेलू दर्दनाशक आयुर्वेदिक तेल













घरेलू दर्दनाशक आयुर्वेदिक तेल

कई बार हमारे घुटनों, कमर, पीठ एवं पंसलियों आदि में दर्द हो जाता है । ऐसे ही दर्द को दूर करने के लिए बाजार में कई तरह के आयुर्वेदिक तेल मिलते हैं जिनसे मालिश करने से दर्द दूर हो जाता है ! आज ऐसा ही तेल बनाने कि विधि आपको बताता हूँ जो सस्ता, सरल और अचूक है और घर पर आराम से बनाया जा सकता है ।

सबसे पहले 40 ग्राम पुदीना सत्व, 
40ग्राम अजवायन सत्व और 
40 ग्राम ही कपूर ले । 

साफ़ बोतल में पुदीना सत्व डाल दें और उसके बाद अजवायन सत्व और कपूर को पीसकर उस बोतल में डाल दें जिसमें आगे पुदीना सत्व है । उसके बाद ढक्कन लगाकर हिला दें और रख दें । थोड़ी देर बाद तीनों चीजें मिलकर द्रव्य रूप में हो जायेगी और इसे ही अमृतधारा कहते हैं ।

अब 200 ग्राम लहसुन लें और उसके छिलके उतार कर लहसुन कि कलियों के छोटे छोटे टुकड़े कर लें । 
अब एक किलो सरसों का तेल कड़ाही में डालकर आंच पर गर्म होने के लिए रख दें । जब तेल पूरी तरह से गर्म हो जाए तो तेल को नीचे उतार कर ठंडा होने के लिए रख दें । जब तेल पूरा ठंडा हो जाए तो उसमें लहसुन के टुकड़े डालकर उसको फिर आंच पर चढाकर तेज और मंदी आंच में गर्म करें । तेल को इतना पकाए कि लहसुन कि कलियाँ जलकर काली हो जाए । तेल के बर्तन को आंच पर से उतारकर नीचे रखे और उसमें गर्म तेल में ही 80 ग्राम रतनजोत ( एक वृक्ष कि छाल होती है ) डाल दें इससे तेल का रंग लाल हो जाएगा ।

तेल के ठंडा होने पर कपडे से छानकर किसी साफ़ बोतल में भर लें । अब इस पकाए हुए तेल अमृतधारा और 400 ग्राम तारपीन का तेल मिलाकर अच्छी तरह से हिला दें । 
अब आपका मालिश के लिए दर्दनाशक लाल तेल तैयार है। जिसका उपयोग आप जब चाहे कर सकते हैं ।

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