मालिश :
Part 3 : Must do in February and March
मांस-पेशियों की मजबूती के जितना जरूरी व्यायाम है, उतनी ही जरूरी मालिश भी होती है। मालिश से न केवल मांसपेशियों की उम्र बढ़ती है बल्कि ऊर्जा भी मिलती है। तो आइए जानें मालिश के कायदे और फायदे-
- मालिश हमेशा रात के वक्त में ही करनी चाहिए इससे गहरी नींद आती है।
- मालिश करते समय इस बात का ख्याल रखना भी जरूरी है कि कमरे में तेज रोशनी न रहे।
- ढीले कपड़े पहन कर मालिश करें या किसी अन्य व्यक्ति से करायें।
- सरसों के तेल से मालिश करना सबसे अच्छा रहता है किन्तु बादाम का तेल भी नुकसानदेह नहीं है। शरीर में जलन है तो तिल के तेल से मालिश कीजिए।
- एक हाथ को सिर के पीछे रखकर दूसरे हाथ से गर्दन के नीचे हल्का-हल्का दबाएं फिर रीड़ की हड्डी को भी दबाएं ताकि मांसपेशियां मजबूत बने।
- गोल या चौकोर कटोरी में तेल रखिए और अंगुलियों को डुबो कर मालिश कीजिए। कमरे के तापमान का भी ध्यान रखिये क्योंकि तापमान न अधिक गरम होना चाहिए और न ही अधिक ठंडा।
- चेहरे की मालिश कीजिए क्योंकि इससे झुर्रियां मिट जाएंगी किन्तु ध्यान रखिए कि भौंहों को माथे तक ऊपर की तरफ खींचते हुए मालिश करना फायदेमंद हैं क्योंकि इससे त्वचा में कसाव आता है। इस दौरान मुंह को बार-बार खोले और बंद करें ताकि अहसास हो सके कि जबड़े की कौन सी मांसपेशियां हिलती हैं।
- हाथों की मालिश करने से अंगुलियां खूबसूरत एवं मजबूत बनती है। जितना संभव हो सके उतना अंगुलियों को फैलाएं फिर मुट्ठी बांधकर जल्दी-जल्दी खोलें या बंद करें।
- घुटनों की मालिश पर भी विशेष ध्यान दीजिए ताकि शरीर में लचक बरकरार रहे। अत: घुटनों की मालिश अंगूठों की सहायता से गोलाई में करें। ऐसा करने से थकान मिटेगी।
- पैरों की मालिश करें तो इन्हें जोर-जोर से थपथपाएं ताकि रक्त का संचालन समुचित ढंग से बढ़े।
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