Tuesday 23 December 2014

भोजन करने सम्बन्धी नियम














भोजन करने सम्बन्धी नियम 
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१ पांच अंगो ( दो हाथ , २ पैर , मुख ) को अच्छी तरह से धो करही भोजन करे !

२. गीले पैरों खाने से आयुमें वृद्धि होती है !

३. प्रातः और सायं ही भोजनका विधान है !किउंकि पाचनक्रिया की जठराग्नि सूर्योदय से 2 ० घंटे बादतक एवं सूर्यास्त से 2 :3 0 घंटे पहले तक प्रवल रहती है 

४. पूर्व और उत्तर दिशा कीओर मुह करके ही खाना चाहिए !

५. दक्षिण दिशा की ओर कियाहुआ भोजन प्रेत को प्राप्तहोता है !

६ . पश्चिम दिशा की ओर किया हुआ भोजन खाने से रोगकी वृद्धि होती है !

७. शैय्या पर , हाथ पर रख कर , टूटे फूटे वर्तनो मेंभोजननहीं करना चाहिए !

८. मल मूत्र का वेग होने पर,कलह के माहौल में,अधिक शोर में,पीपल,वटवृक्ष के नीचे,भोजन नहीं करना चाहिए !

९ परोसे हुए भोजन की कभी निंदा नहीं करनी चाहिए !

१०. खाने से पूर्व अन्न देवता , अन्नपूर्णा माता की स्तुति कर के ,उनका धन्यवाद देते हुए , तथा सभी भूखो को भोजन प्राप्त हो इस्वर सेऐसी प्राथना करके भोजन करना चाहिए !

११. भोजन बनने वाला स्नान करके ही शुद्ध मन से, मंत्र जप करते हुएही रसोई में भोजन बनाये और सबसे पहले ३ रोटिया अलग निकाल कर( गाय , कुत्ता , और कौवे हेतु ) फिर अग्नि देव का भोग लगा करही घर वालो को खिलाये !

१२. इर्षा , भय , क्रोध, लोभ,रोग , दीन भाव,द्वेष भाव,के साथकिया हुआ भोजन कभी पचता नहीं है !१३. आधा खाया हुआ फल ,मिठाईया आदि पुनः नहीं खानी चाहिए ! 

१४. खाना छोड़ कर उठ जाने पर दुबारा भोजन नहीं करनाचाहिए ! 

१५. भोजन के समय मौन रहे ! 

१६. भोजन को बहुत चबा चबा कर खाए !१७. रात्री में भरपेट न खाए !

 १८. गृहस्थ को ३२ ग्रास सेज्यादा न खाना चाहिए !

 १९. सबसे पहले मीठा , फिर नमकीन , अंत में कडुवा खाना चाहिए ! 

२०. सबसे पहले रस दार , बीचमें गरिस्थ , अंत में द्राव्य पदार्थ ग्रहण करे! 

२१. थोडा खाने वाले को --आरोग्य , आयु , बल , सुख, सुन्दर संतान ,और सौंदर्य प्राप्त होता है ! 

२२. जिसने ढिढोरा पीट कर खिलाया हो वहा कभी न खाए ! 

२३. कुत्ते का छुवा , रजस्वला स्त्री का परोसा, श्राधका निकाला , बासी , मुह से फूक मरकर ठंडा किया , बालगिरा हुवा भोजन , अनादर युक्त , अवहेलना पूर्ण परोसा गया भोजनकभी न करे ! 

२४. कंजूस का, राजा का,वेश्या के हाथ का,शराब बेचने वालेका दिया भोजन कभी नहीं करना चाहिए यह नियम आप जरुर अपनाये और फर्क देखें

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