Friday, 19 December 2014

बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने के लिये एक उपाय














बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने के लिये एक उपाय

ऑवलें का 50 ग्राम पाउडर लीजिये और उसको लोहे के काले रंग के बरतन में रखें और थोडा पानी मिलाकर पेस्ट जैसा बना दीजिये। इस पेस्ट को आपको पूरे एक सप्ताह के लिये रख देना है,और रोज एक बार इसमें, पुन: थोडा सा पानी मिलाकर अच्छे से चला दीजिये। इस तरह एक सप्ताह में यह पेस्ट बिल्कुल काला हो जायेगा। 

तब आप इसको किसी भी अन्य डाई की तरह बालों में लगायें। यह प्रयोग 2-3 महीने तक लगातार कीजिये,बालों में प्राकृतिक रूप से काला रंग आने लगेगा।

नारियल और जैतून के तेल की बराबर मात्रा लेकर इसमें कुछ बूंदे
नींबू के रस की मिला ली जाएं और इस मिश्रण से

बालों की मालिश लगभग 10 मिनिट तक की जाए और फिर गर्म
तौलिए से सिर को 3 मिनिट के लिए ढक लिया जाए, बालों से
जुडी समस्याओं में काफी फायदा करता है।

- मेथी के बीजों में फॉस्फेट, लेसिथिन और न्यूक्लिओ-अलब्यूमिन
होने से ये कॉड-लिवर ऑयल जैसे पोषक और बल प्रदान करने
वाले होते हैं। इसमें फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, सोडियम, जिंक,
कॉपर, नियासिन, थियामिन, कैरोटीन आदि पोषक तत्व पाए जाते
हैं जो बालों की बेहतर सेहत के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।

बालों में रूसी होने पर मेथी दानों को कुचलकर या ग्राईंडर में पीसकर चूर्ण
बनाया जाए। लगभग 3 ग्राम चूर्ण लेकर इसमें पानी मिलाया जाए
ताकि पेस्ट तैयार हो जाए। इस पेस्ट को बालों में लगाएं और
आधा घंटे बाद धो लें, सप्ताह में 2 से 3 बार ऐसा करने से डेंड्रफ
की समस्या से छुटकारा मिल जाता है।

बालों के रोग :

• बरगद के पत्तों की 20 ग्राम राख को 100 मिलीलीटर अलसी के तेल में मिलाकर मालिश करते रहने से सिर के बाल उग आते हैं।

• बरगद के साफ कोमल पत्तों के रस में, बराबर मात्रा में सरसों के तेल को मिलाकर आग पर पकाकर गर्म कर लें, इस तेल को बालों में लगाने से बालों के सभी रोग दूर हो जाते हैं।

• 25-25 ग्राम बरगद की जड़ और जटामांसी का चूर्ण, 400 मिलीलीटर तिल का तेल तथा 2 लीटर गिलोय का रस को एकसाथ मिलाकर धूप में रख दें, इसमें से पानी सूख जाने पर तेल को छान लें। इस तेल की मालिश से गंजापन दूर होकर बाल आ जाते हैं और बाल झड़ना बंद हो जाते हैं।

• बरगद की जटा और काले तिल को बराबर मात्रा में लेकर खूब बारीक पीसकर सिर पर लगायें। इसके आधा घंटे बाद कंघी से बालों को साफ कर ऊपर से भांगरा और नारियल की गिरी दोनों को पीसकर लगाते रहने से बाल कुछ दिन में ही घने और लंबे हो जाते हैं।

नीम एक बेहतरीन हेयर कंडीशनर भी होता है

नीम की पत्तियों को पानी में उबालने के बाद इसे पीस कर पेस्ट बना लें। अब इस नीम के पेस्ट में शहद मिलाकर इस पेस्ट को बालों में लगाने से
रूसी की समस्या खत्म होती है और बाल बहुत ही मुलायम और चमकीले भी हो जाते हैं।

1. नीम का पेस्ट सिर में कुछ देर लगाए रखें। फिर बाल धो लें। बाल झड़ना बंद हो जाएगा।

2. बेसन मिला दूध या दही के घोल से बालों को धोएं। फायदा होगा।

3. दस मिनट का कच्चे पपीता का पेस्ट सिर में लगाएं। बाल नहीं झड़ेंगे और डेंड्रफ (रूसी) भी नहीं होगी।

अगर बाल असमय ही सफेद हो रहे हैं तो करेले का गाढा रस निकालें और उसे बालों पर लगाएं। ऐसा पूरे 10 दिनों तक करें और लाभ पाएं।

"बालों का झड़ना रोककर 'सुन्दर-काले-घने' करने के साथ-साथ 'नेत्र-ज्योति बढ़ाने' के उपाय"

(A) अमरबेल : 250 ग्राम अमरबेल को लगभग 3 लीटर पानी में उबालें. जब पानी आधा रह जाये तो इसे उतार लें. सुबह इससे बालों को धोयें. इससे बाल लंबे होते हैं.

(B) त्रिफला : त्रिफला के 2 से 6 ग्राम चूर्ण में लगभग एक चौथाई ग्राम लौह भस्म मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से बालों का झड़ना बन्द हो जाता है.

(C) कलौंजी : 50 ग्राम कलौंजी 1 लीटर पानी में उबाल लें. इस उबले हुए पानी को ठंडाकर इससे बालों को धोएं. बाल 1 महीने में ही काफी लंबे हो जाते हैं.

(D) नीम : नीम और बेर के पत्तों को पानी के साथ पीसकर सिर पर लगायें व 2-3 घण्टों के बाद बालों को धो डालें. इससे बालों का झड़ना कम हो जाता है और बाल लंबे भी होते हैं.

(E) लहसुन : लहसुन का रस निकालकर सिर में लगाने से नए बाल उगने लग जाते हैं.

(F) सीताफल : सीताफल के बीज और बेर के बीज/पत्ते बराबर मात्रा में पीसकर बालों की जड़ों में लगाएं. ऐसा करने से बाल लंबे हो जाते हैं.

(G) आम : 10 ग्राम आम की गिरी को आँवले के रस में पीसकर बालों में लगाना चाहिए. इससे बाल लंबे और घुंघराले हो जाते हैं.

(H) शिकाकाई : शिकाकाई और सूखे आँवले 25-25 ग्राम लेकर थोड़ा-सा कूटकर इन टुकड़ों को 500 ग्राम पानी में रात को डालकर भिगो दें. सुबह इस पानी को कपड़े के साथ मसलकर छान लें और इससे सिर की मालिश करें. मालिश करने के 10-20 मिनट बाद नहा लें. बालों के सूखने पर नारियल का तेल लगा लें. ऐसा करने से बाल लंबे, मुलायम और चमकदार बन जाते हैं. गर्मियों के मौसम में यह प्रयोग सही रहता है. इससे बाल सफेद नहीं होते व जिनके बाल सफेद हों तो वे भी काले हो जाते हैं.

(I) मूली : आधी से 1 मूली रोजाना दोपहर में खाना-खाने के बाद, कालीमिर्च के साथ नमक लगाकर खाने से बालों का रंग साफ होता है और बाल लंबे भी हो जाते हैं. इसका प्रयोग 3-4 महीने तक लगातार करें. नोट : मूली जिनको सूट न करती हो वे इसका प्रयोग न करें.

(J) आँवला : सूखे आँवले और सूखी मेंहदी को समान मात्रा में लेकर शाम को पानी में भिगो दें. प्रात:काल इससे बालों को धोयें. इसका प्रयोग लगातार कई दिनों तक करने से बाल मुलायम और लंबे हो जायेंगे.

(K) ककड़ी : ककड़ी में सिलिकन और सल्फर अधिक मात्रा में होते हैं जो बालों को बढ़ाते हैं. ककड़ी के रस से बालों को धोने से तथा ककड़ी+गाजर+पालक के मिक्स रस को पीने से बाल बढ़ते हैं. इस प्रयोग से नाखून गिरना भी बन्द हो जाता है.

(L) रीठा :

१/. कपूर कचरी 100 ग्राम, नागरमोथा 100 ग्राम, कपूर तथा रीठे के फल की गिरी 40-40 ग्राम, शिकाकाई 250 ग्राम और आँवले 200 ग्राम. इन सभी का चूर्ण तैयार कर लें. इस मिश्रण की 50 ग्राम मात्रा में पानी मिलाकर लुग्दी (लेप) बनाकर बालों में लगायें. इसके पश्चात बालों को गरम पानी से अच्छी तरह धो लें. इससे सिर के अन्दर की जूं-लींकें भी मर जाती हैं और बाल घने तथा मुलायम होते हैं.

२/. रीठा, आँवला एवं सिकाकाई को आपस में मिलाकर बाल धोने से बाल सिल्की, चमकदार, रूसी-रहित और घने हो जाते हैं.

(M) गुड़हल :

१/. गुड़हल के फूलों के रस को निकालकर सिर में डालने से बाल बढ़ते हैं.

२/. गुड़हल के पत्तों को पीसकर लुग्दी बना लें. इस लुग्दी को नहाने से 2 घंटे पहले बालों की जड़ों में अच्छी तरह मालिश करके लगायें और दो घंटे के बाद नहायें. इस प्रयोग को नियमित रूप से करते रहने से न केवल बालों को पोषण मिलता है, बल्कि मस्तिष्क में ठंड़क भी पहुँचती है.

३/. गुड़हल के पत्ते और फूलों को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर लेप तैयार करें. इस लेप को सोते समय बालों में लगाएं और सुबह धोयें. ऐसा कुछ दिनों तक नियमित रूप से करने से बाल स्वस्थ बने रहते हैं.

४/. गुड़हल के ताजे फूलों के रस में बराबर मात्र में जैतून का तेल मिलाकर आग पर पकायें. जब जल का अंश उड़ जाये तो इसे शीशी में भरकर रख लें. रोजाना नहाने के बाद इसे बालों की जड़ों में मल-मलकर लगाना चाहिए. इससे बाल चमकीले एवं लंबे हो जाते हैं.

(N) शंखपुष्पी : शंखपुष्पी से निर्मित तेल रोजाना नियमित रूप से बालों में लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं.

(O) भांगरा :

१/. बालों को छोटा करके उस स्थान पर जहां पर बाल न हों भांगरा के पत्तों के रस से मालिश करने से कुछ ही दिनों में अच्छे काले बाल निकलते हैं. जिनके बाल टूटते हैं या दो-मुँहे हो जाते हैं उन्हें इस प्रयोग को अवश्य अपनाना चाहिए.

२/. त्रिफला के चूर्ण को भांगरा के रस में तीन उबाल देकर अच्छी तरह से सुखाकर खरलकर/पीसकर रख लें. इसे प्रतिदिन सुबह के समय लगभग 2 ग्राम तक सेवन करने से बालों का सफेद होना बन्द हो जाता है तथा इससे आँखों की रोशनी भी बढ़ती है.

३/. आँवलों को दरदरा पीसकर चीनी-मिट्टी के प्याले में रखकर ऊपर से इतना भांगरे का रस डालें कि आँवले उसमें डूब जाएं. फिर इसे खरलकर सुखा लें. इसी प्रकार आँवलों को भांगरा रस में 7 उबाल देकर भी अच्छी तरह सुखाकर पीसकर रखा जा सकता है. प्रतिदिन 3 ग्राम चूर्ण ताजे पानी के साथ सेवन करने से असमय ही बालों का सफेद होना बन्द हो जाता है. यह आँखों की रोशनी को बढ़ाने वाला एवं उम्र को बढ़ाने वाला लाभकारी योग है.

(P) अनन्तमूल : अनन्तमूल की जड़ के चूर्ण की 2-2 ग्राम मात्रा दिन में 3 बार पानी के साथ सेवन करने से सिर का गंजापन दूर होता है.

(Q) तिल :

१/. तिल के पौधे की जड़ और पत्तों के काढ़े से बालों को धोने से बालों पर काला रंग आने लगता है.

२/. काले तिलों के तेल को शुद्ध करके बालों में लगाने से बाल असमय सफेद नहीं होते हैं. प्रतिदिन सिर में तिल के तेल की मालिश करने से बाल हमेशा मुलायम, काले और घने रहते बने हैं.

३/. तिल के फूल, गोक्षुर/गोखरू, घी और शहद को बराबर मात्रा में पीसकर लेप बना लें. इसे सिर पर लेप करने से गंजापन दूर होता है.

४/. तिल के तेल की मालिश करने के एक घंटे बाद गर्म पानी में दूबे हुए तौलिया को निचौड़कर सिर पर लपेट लें तथा ठण्डा होने पर दोबारा गर्म पानी में डुबोकर निचौड़कर सिर पर लपेट लें. इस प्रकार 5 मिनट तक लपेटे रखें. तत्पश्चात ठंड़े पानी से सिर को धो लें. ऐसा करने से बालों की रूसी दूर हो जाती

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