Wednesday 1 July 2015

गर्भ धारण अथवा गर्भ स्थापना के आयुर्वेदिक नुस्खे













गर्भ धारण अथवा गर्भ स्थापना के आयुर्वेदिक नुस्खे :- 

जो औरतें सहज रूप से गर्भ धारण नहीं कर पाती है उनके लिए आयुर्वेद में कुछ उपचार बताए गये हैं ! जिनको अगर प्रयोग में लाया जाये तो गर्भ स्थापित हो सकता है
कुछ चुनिन्दा नुस्खे जो सहज और सरल है

1. एक चम्मच असगंध का चूर्ण , एक चम्मच देशी घी के साथ मिलाकर मिश्री मिले हुए दूध के साथ मासिक धर्म के छठे दिन से पुरे माह पीने से बंध्यापन दूर होकर गर्भधारण होता है ! यह प्रयोग सुबह खाली पेट प्रयोग करना चाहिए और जब तक लाभ ना हो तब तक दोहराते रहना चाहिए !!

2. अपामार्ग की जड़ का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में दूध के साथ ऋतुकाल के बाद 21 दिनों तक सेवन करने से गर्भ धारण होता है !!

3. अशोक के फूल दही के साथ नियमित रूप से सेवन करते रहने से भी गर्भ स्थापित होता है !!

4. नीलकमल का चूर्ण और धाय (धातकी) के पुष्पों का चूर्ण समभाग मिलाकर ऋतुकाल प्रारम्भ होने के दिन से 4 दिनों तक नियमित रूप से एक चम्मच चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से गर्भधारण होता है ! प्रयोग असफल होने अगले ऋतुकाल से पुनः दोहराए !!

5. पीपल के सूखे फलों का चूर्ण आधे चम्मच की मात्रा में कच्चे दूध के साथ मासिक धर्म शुरू होने के पांचवें दिन से दो हफ्ते तक सुबह शाम प्रयोग करने से गर्भधारण होता है !

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.