Tuesday, 21 July 2015

हींग (asafoetida) बनाएं रोगमुक्त












हींग (asafoetida) बनाएं रोगमुक्त

हींग (asafoetida) हमारे शरीर के लिए अति उत्तम माना गया है। हींग में भूख बढ़ाने वाले और भोजन को पचाने वाले अनोखे गुण होते हैं। यह एक उत्तम घरेलु औषधि है। जिसका सेवन करने से आप पेट संबंधी बीमारियों से दूर हो सकते हो। आइये जानते हैं हींग में छिपे हुए पोषक तत्वों को।

1- भोजन करने के बाद यदि आप हींग (asafoetida) की 1 से 2 गोली लें तो इससे आपका खाना जल्दी पचेगा और अर्जीण से आपको मुक्ति मिलेगी।

2- हींग का प्रयोग खाने में इस्तेमाल करने से पेट संबंधी बीमारियां जैसे अपच, आंत संबंधी रोग, आंत की गैस की समस्या से आपको दूर रखेगा।

3- हींग सांस संबंधी समस्याओं को भी ठीक रखता है। काली खांसी हो या सूखी खांसी, आप अदरक और हींग को शहद में मिलाकर लेने से इन रोगों से निजात पाया जा सकता है।

4- वायु रोग के कारण यदि पेट में दर्द हो, चाहे छोटे बच्चे हो या फिर बुजुर्ग आप हींग को गरम पानी में घोलकर नाभि में या इसके आस पास लेप लगाने से पेट दर्द में तुरंत राहत मिलती है।

5- यह उच्च रक्तचाप को कम करता है। यह बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम करता है।

6- हींग मधुमेह के प्रभाव को कम करता है। यह ब्लड शुगर के स्तर को नीचा लाता है।

7- हींग, सफेद जीरा, सोंठ, पीपल और सेंधा नमक को 10-10 ग्राम कूट कर चूर्ण तैयार करें और एक शीशी में भरकर रख लें। और 1-1 चम्मच सुबह, दिन और रात को गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। इस तरह से आपको दस्त से भी राहत मिलेगी।

8- हींग का प्रयोग यदि आप हमेशा करते हैं तो यह आपको सिर दर्द नहीं होने देगा, यदि सिर में दर्द है तो आप हींग को पानी में मिलाकर पीने से सिर दर्द से राहत मिलती है। यह वैदिक औषधी है।

हींग आपके जीवन के लिए एक आयुर्वेदिक दवाई है। यदि आपका पेट ठीक है तो आपका शरीर हमेशा स्वस्थ रहेगा। हींग में छिपे हैं वे सभी राज जो आपके जीवन को रोगमुक्त और स्वस्थ बनाएगें। अतः हींग का सेवन अपने भोजन में अवश्य करें

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