Monday, 20 July 2015

पायरिया ( Pyria) का आयुर्वेदिक उपचार










पायरिया का आयुर्वेदिक उपचार

मुह की दुर्गन्ध, मसुडो में सुजन, दातो से खून आना ये ‪#‎पायरिया‬ (‪pyaria‬) के आम लक्षण हैं | यह रोग दातों को गंदा रखने, अधिक मीठा खाना, विटामिन सी की कमी, और पेट संबंधी रोगों की वज़ह से भी होती है | यह एक ऐसा बीमारी हैं जिससे आप लोगो के बीच में बैठने से कतराते हैं | पर आयुर्वेद के सफल पद्धति ने इस रोग से बचने का सफल इलाज ढूढ़ निकाला हैं | आयुर्वेद अपना के आप अपने दातो को स्वस्थ और सुरक्षित रख सकते हैं | 
जाने क्या हैं ये इलाज –

1- थोड़ा सा कपूर का टुकडा पान में डालकर उसे चबा कर थूक दें एैसा करने से पायरिया रोग में लाभ मिलता है लेकिन इस बात का ध्यान रखें की पान पेट में न जाए।

2- नींबू के रस को शहद में मिलाकर मसूड़ो पर मलने से पायरिया में लाभ मिलता है।

3- पानी में नींबू का रस निचोड़कर उससे कुल्ला करने से भी पायरिया से छुटकारा मिलता है।

4- थोड़े से नमक में काली मिर्च के चूर्ण को मिलाकर दातों पर मलने से भी पायरिया ठीख होता है।

5- कपूर को देसी घी में अच्छी तरह से मिला लीजिये और इस पेस्ट से दातों पर अच्छी तरह से मलने से पायरिया से राहत मिलती है ।

6- लहसुन की 15 बूंदें 1 चम्मच शहद में मिलाकर चाटते रहने से भी पायरिया का रोग ठीक होता है।

7- कच्चा पालक चबाकर खाने से भी पायरिया रोग में राहत मिलती है।

8- खाली पेट सवेरे-सवेरे पालक का रस पीने से पायरिया का रोग ठीक होता है।

9- पानी में टमाटर के रस को घोलकर गरारे और कुल्ला करते रहने से पायरिया की बीमारी से राहत मिलती है।

10- नारंगी के छिलकों को छाया में सूखा लीजिये और उसे पीसकर उस पाउडर से दातों का मंजन करें आपको फायदा होगा।

11- पालक के रस में गाजर का रस को मिलाकर पीने से भी पायरिया कुछ दिनों में ठीक हो जाता है।

12- सेंधा नमक को सरसों के तेल में डालकर मंजन करने से पायरिया ठीक होता है।

13- नीम के पत्तो को अच्छी तरह धूप में सूखा ले फिर उसमे सेंधा नमक डाल के उसका महीन चूर्ण बना ले | और हलके से ऊँगलीओ से ब्रश के पश्चात दातो और मसुडो पे घिसे उसके बाद कुल्ल्ला करे यह उपचार पायरिया रोग से बचाने में सहायक होगा

No comments:

Post a Comment

Note: only a member of this blog may post a comment.