Sunday, 19 July 2015

जानें कैसे थर्मामीटर से कर सकते हैं थाइराइड की जांच













जानें कैसे थर्मामीटर से कर सकते हैं थाइराइड की जांच

आजकल थायराइड की समस्या बहुत आम है और आपको भी ऐसा कोई संदेह लग रहा हो तो घर बैठे थर्मोमीटर से ही आप इसको जांच सकती है। इस बारे मे विस्तार से जानने के लिए ये स्लाइडशो पढ़े।

1. थायराइड की जांच
क्या आपको सुबह उठने मे परेशानी होती है, कब्ज, थकान, एकाग्रता की कमी, पीरियड्स मे दर्द, रूखी त्वचा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ये सारे लक्षण अंडरऐक्टिव थायराइड (हाइपोथायरायडिज्म )के है। अगर आपके साथ भी ऐसी परेशानी हो तो आप घर बैठे थर्मोमीटर से ही इस बात का पता लगा सकती है कि आपको थायराइड है या नहीं। थर्मोमीटर से थायराइड जांचने के स्टेप्स पढ़े।

2. हाइपोथायरायडिज्म की शुरूआत
हाइपोथायरायडिज्म शुरू में थायरॉयड की समस्या के रूप में पैदा नहीं होती है। इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी से इसकी शुरुआत होती है लेकिन ज्यादातर डॉक्टर एंटी बॉडी टेस्ट नहीं करते हैं जिससे ऑटो इम्युनिटी दिखाई देती है। इसलिए, थायराइड का इलाज करने के लिए, आपको असंतुलन की जड़ तक जाना जरूरी है, दवा लेते हुए लक्षणों को बढ़ते हुए देखना तो एक गलत दिशा में जाने जैसा है ।

3. बेसल तापमान
बेसल तापमान का मतलब होता है रातभर की नींद से सुबह उठते ही जो शरीर का पहला तापमान होता है। जैसे ही आप बिस्तर से उठ जाते है आपकी मांसपेशिया शरीर के तापमान को बढ़ा देती है। इसलिए थायराइड की सही जांच के लिए इसे सुबह उठते ही किया जाना आवश्यक होता है।

4. मरकरी थर्मोमीटर
अगर आप मरकरी थर्मोमीटर का प्रयोग कर रहे है तो सुबह बिस्तर छोड़ने से पहले 10 मिनट के लिए इसे अपनी आर्मपिट मे लगाए। थर्मोमीटर को आर्मपिट मे लगाकर वापस से रिलैक्स होकर लेट जाये। 10 मिनट बाद इसका तापमान को कहीं लिख ले। 

5. डिजिटल थर्मोमीटर
अगर आप डिजिटल थर्मोमीटर का प्रयोग कर रहे है तो इसे अपनी जीभ के नीचे लगा कर इसकी बीप का इंतजार करें। इसका तापमान भी लिख कर रख ले। ये प्रक्रिया 4-5 तीन तक करनी होती है। ध्यान रहे कि इस प्रक्रिया को सुबह बिस्तर छोड़ने से पहले ही करना होता है।

6. सामान्य तापमान
मानव शरीर का तापमान सामान्य यानी 98.4 डिग्री फॉरनहाइट (37 डिग्री सेल्सियस) होता है। ये शरीर की क्रियाओं को करने और स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए आवश्यक होता है। लेकिन अगर आपको थाइराइड की समस्या है तो शरीर के आधारभूत तापमान में कमी आ जाती है। जिसके कारण इसकी प्रतिरोधक क्षमता घटने लगती है।

7. सामान्य तापमान से कम
अगर आपके परिणाम चार दिनो मे दो बार भी 97.6 डिग्री या उससे कम आया है तो आपको हाइपोथायरायडिज्म की शिकायत हो सकती है। अगर लगातार तीन दिन लगातार 97 डिग्री से कम आया है तो बाकी दो दिन करने की आवश्यकता नहीं है। आप तुंरत ही डाक्टर्स से मिले। 

8. पीरियड्स
अगर आपके पीरियड्स चल रहे हो तो ये प्रक्रिया माहवारी के तीसरे दिन से शुरू करनी चाहिए। पुरूषों और माहवारी के बाद की महिलाओं के लिये नियम नहीं है। हालांकि इस बात का भी ध्यान रखा जाए कि इस दौरान आपको कोई ऐसी समस्या ना हो जिससे आपके शरीर का तापमान प्रभावित हो जाए।

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