अगर आपका पेट ठीक तरह से साफ नहीं होता है तो इसका मतलब कब्ज हो सकता है और आपके शरीर में तरल पदार्थ की कमी है। कब्ज के दौरान आप खुद में तरोजाता महसूस नहीं कर पाते। कब्ज का यदि ठीक समय पर इलाज न कराया जाए तो ये एक भयंकर बीमारी का रूप ले सकता है। कब्ज होने पर व्यक्ति को पेट संबंधी दिक्कूते जैसे पेट दर्द होना, ठीक से फ्रेश होने में दिक्कत होना, शरीर का मल पूरी तरह से न निकलना इत्यांदि होती हैं। कब्ज के लिए प्रभावी प्राकृतिक उपचार तो मौजूद है ही साथ ही आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से भी कब्ज को दूर किया जा सकता है। आइए जानें कब्ज के लिए कौन-कौन से आयुर्वेदिक उपचार मौजूद हैं।
दरअसल, पानी और तरल पदार्थों की कमी कब्ज का मुख्य कारण है। तरल पदार्थों की कमी से मल आंतों में सूख जाता है और मल निष्कासन में जोर लगाना पडता है। जिससे कब्ज रोगी को बहुत परेशानी होने लगती है।
कब्ज के रोगी को तरल पदार्थ व सादा भोजन जैसे दलिया, खिचड़ी इत्यादि खाने की सलाह दी जाती है।
कब्ज होने पर बहुत सारा पानी पीने की सलाह दी जाती है, इसके अलावा गर्म पानी पीने के लिए भी डॉक्टर्स सलाह देते हैं।
गिलोय का बारीक चूर्ण को गुड़ के साथ बराबर की मात्रा में मिलाकर 2 चम्मच सोते समय सेवन करने से कब्ज का रोग दूर हो जाता है।
अजवायन 10 ग्राम, त्रिफला 10 ग्राम और सेंधानमक 10 ग्राम को बराबर मात्रा में लेकर कूटकर चूर्ण बना लें। रोजाना 3 से 5 ग्राम इस चूर्ण को हल्के गर्म पानी के साथ सेवन करने से काफी पुरानी कब्ज समाप्त हो जाती है।
कब्ज के दौरान कई बार सीने में भी जलन होने लगती हैं। ऐसे में एसीडिटी भी हो जाती है और कब्ज होने पर शक्कर और घी को मिलाकर खाली पेट खाना चाहिए।
हरी सब्जियों और फलों जैसे पपीता, अंगूर, अमरूद, टमाटर, चुकंदर, अंजीर फल, पालक का रस या कच्चा पालक, किश्मिश को पानी में भिगोकर खाने, रात को मुनक्का खाने से कब्ज दूर करने में मदद मिलती है।
इसबग़ोल की भूसी को रात को सोने से पहले गर्म दूध में या फिर पानी में घोल कर भी पिया जा सकता है।
खाने में हरे पत्तेदार सब्जियों के अलावा रेशेदार सब्जियों का सेवन खासतौर पर करना चाहिए। इससे शरीर में तरल पदार्थों में बढ़ोत्तनरी होती है।
चिकनाई वाले पदार्थ भी कब्ज के दौरान लेना अच्छा रहता है।
गर्म पानी और गर्म दूध कब्ज को दूर करता है। रात को गर्म दूध में अरंडी का तेल डालकर पीना कब्ज को दूर करने में कारगार है।
नींबू को पानी में डालकर पीने, दूध में घी डालकर पीने, गर्म पानी में शहद डालकर पीने, सुबह-सुबह गर्म पानी पीने से कब्ज को दूर करने में बहुत मदद मिलती है।
अलसी के बीजों का पाउडर पानी के साथ और दो सेव फ़ल खाने से कब्ज भगाने में मदद मिलती हैं।
इस तरह से प्रभावी प्राकृतिक उपचार और आयुर्वेदिक उपचार के माध्यक से कब्ज को स्थायी रूप से आसानी से दूर किया जा सकता है।
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.