Thursday, 18 December 2014

जाड़े का मौसम और अदरक













जाड़े का मौसम और अदरक

वैसे तो अदरक का उपयोग हर मौसम में करना चाहिए लेकिन ठण्ड के मौसम में इसके उपयोग से कई फायदे होते हैं. आयुर्वेद का ज्ञान भारत में सदियों से फलता-फूलता आ रहा है. ऋषियों द्वारा आयुर्वेद में वर्णित चिकित्सा के सिद्धांत जितने शाश्वत हैं, उतने ही शास्त्रोक्त उनके औषधीय गुण भी हैं. जिन बातों को आज के वैज्ञानिक शोध द्वारा प्रमाणित कर रहे हैं, वे बातें सदियों पहले, हमारे आचार्यों की दिव्य दृष्टि से छुपी नहीं थीं.
आज हममें से शायद ही कोई ऐसा हो, जिसने अदरक के गुणों के बारे में न सुना हो. चाहे सूखी खाँसी हो या भूख न लगने की समस्या, कहीं न कहीं, किसी न किसी रूप में अदरक हमारे स्वास्थ्य से संबंध रखता ही है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं अदरक के ऐसे ही कुछ खास गुण, जिन्हें जानकर आपको ये और अधिक उपयोगी लगने लगेगा.

१/. a) पानी में गुड़, अदरक, नींबू का रस, अजवाईन एवं हल्दी को बराबर मात्रा में डालकर उबाल लें. इस काढ़े को छानकर पीने से सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है.

b) 50 ग्राम अदरक, 10 ग्राम लौंग, 5 ग्राम हींग और 10 ग्राम काला नमक मिलाकर एक साथ पीस लें. इसे धूप में सुखाकर इसकी छोटी-छोटी गोलियाँ तैयार करें. दिन में 3-4 बार एक-एक गोली लेवें, सर्दी में आराम मिलेगा.

२/. अदरक और लहसुन को बराबर मात्रा में पीसकर, एक चम्मच पेस्ट कुनकुने पानी के साथ सेवन करने से अपच में राहत मिलती है.

३/. पिसी हुई सौंठ एक ग्राम, चुटकी भर हींग और थोड़ा सैंधा नमक मिलाकर कुनकुने पानी के साथ लेने से पेट-दर्द ठीक हो जाता है.

४/. a) एक चम्मच पिसी हुई सौंठ में चुटकी भर सैंधा नमक मिलाकर एक गिलास गर्म पानी के साथ लेने से पेट दर्द, कब्ज और अपच ठीक हो जाते हैं.

b) उड़द की दाल पीसकर देशी घी में भूनें. इसमें आवश्यकतानुसार गुड़ और थोड़ी मात्रा सौंठ की मिलाकर, लड्डू बनाकर रख लें. एक लड्डू रोजाना खाएँ. पाचन के लिए सुन्दर औषधि है.

c) भोजन के साथ प्रतिदिन नमक और अदरक की चटनी खाने से भूख बढ़ती है.

d) अदरक का अचार खाने से भी भूख बढ़ती है.

e) अदरक और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिला लें. इस मिश्रण में काली मिर्च का थोड़ा चूर्ण डालकर पिएँ. पेट दर्द में आराम मिलेगा.

f) एक चम्मच अदरक का रस एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मुँह की दुर्गंध दूर हो जाती है.

५/. a) हिचकी ज्यादा परेशान कर रही हो तो अदरक का एक टुकड़ा मुँह में रखकर सामान्य रूप से चूसते रहें, आराम मिलेगा.

b) एक चम्मच अदरक के रस को देशी गाय के 250 मि.ली. ताजे दुहे हुए दूध में मिलाकर पीने से हिचकी में लाभ होता है.

c) एक कप देशी गाय के दूध को उबालकर उसमें आधा चम्मच सौंठ चूर्ण डालें और ठंडा करके पिएँ, हिचकियाँ बंद हो जाएँगी.

६/. a) नित्य प्रातःकाल सौंठ और उड़द उबालकर इसके पानी को पिएँ. इससे लकवा ठीक होता है.

b) गाय के देशी घी में 100 ग्राम उड़द की दाल भूनकर इसमें 50 ग्राम गुड़ और 20 ग्राम सौंठ चूर्ण मिलाकर पीस लें. इसे दो चम्मच की मात्रा में दिन में 3 बार खाने से पक्षाघात के रोगियों को लाभ होता है।

७/. a) सर्दी की वजह से दाँतों में दर्द हो तो अदरक के टुकड़े को दांतों के बीच दबाने से लाभ होता है.

b) दाँतों में दर्द होने पर सैंधा नमक और अदरक के रस को मिलाकर लगाएँ, राहत मिलेगी.

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