गोभी और मिर्च से रोगों का उपचार
जार्जटाऊन यूनिवर्सिटी मैडीकल सैंटर के शोधकर्ताओं के अनुसार फूलगोभी, पत्तागोभी तथा जलकुंभी परिवार की सब्जियों में एक प्रकार का पदार्थ पाया जाता है जो मानव एवं जानवर दोनों में फेफड़े का कैंसर रोकने में सहायक होता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार ‘प्रेफेक्स’ नामक एक ऐसा पदार्थ गोभी में पाया जाता है जो फेफड़े को कैंसरग्रस्त होने से रोकता है। यह पदार्थ सैक्स उत्तेजक भी होता है। इसी प्रकार मिर्च खाने से शरीर की चर्बी कट जाती है और वजन कम हो जाता है।
मिर्च की तासीर के कारण चर्बी बढ़ाने वाली कोशिकाएं खुद ब खुद नष्ट होने लगती है। ताईवान के शोधकर्ता चिन-लिन-शू के अनुसार मिर्च शरीर के चयापचय की प्रक्रिया को तेज करती है और यह मोटापे को कम करने के साथ ही कालरा तथा ब्रांकाइटिस जैसी बीमारियों का उपचार भी करती है।
गोभी और मिर्च से बहुत से रोगों का उपचार घर पर ही किया जा सकता है। आईए जानें कैसे
गोभी
1 गोभी में मौजूद फाइबर पाचन क्रिया को दरूस्त रखते हैं और पेट संबंधी रोगों से राहत देते हैं।
2 गोभी का सेवन करने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी का खतरा कम होता है।
3 गोभी का सेवन मोटापे से निजात दिलाता है।
4 गोभी में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो शरीर की हड्डियों के लिए काफी फायदेमंद होती है और दांतों को भी मजबूत बनाने में मददगार साबित होती है।
मिर्च
1 जब आप हरी मिर्च अपने दांत से चबाते हैं तो इसका तीखा अनुभव आपके मुंह में अधिक थूक पैदा करता है जो रक्त के थक्कों को घोलने में काफी सहायक होता है।
2 हरी मिर्चों में विटामिन सी की मौजूदगी शरीर को खांसी, जुकाम तथा श्वास संबंधी अन्य समस्याओं से बचाने में सहायता करती है।
3 हरी मिर्च में मौजूद विटामिन के ओस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है।
4 हरी मिर्च एक प्राकृतिक दर्द निवारक है और यह ओस्टियोआर्थराइटिस जैसी स्थितियों में इलाज में काफी लाभदायक होती है।
5 मोटापे से पीड़ित लोगों में कोलैस्ट्रॉल के स्तरों को कम करने में हरी मिर्चें काफी सहायक होती हैं।
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