दांत
दांत हमारे शरीर में सबसे मजबूत हड्डी है। जब मनुष्य मर जाता है तो जलाने पर भी दांत नहीं जलते। दफनाने के सालों बाद भी दांत नहीं गलता। इसका सीधा सा मतलब है कि हमारे 100 वर्ष के जीवन में यह खराब नहीं हो सकता ।
अब अगर यह खराब हो रहा है तो उसका कारण हम व् हमारा खान पान और हमारी चर्या है।
खराब होने के कारण:
१) दांत साफ़ करने का ब्रश
आजकल सभी चिकित्सक और इडियट बॉक्स(TV) पर यही वताया जाता है कि दिन में 2 या 3 बार ब्रश करो और मजे की बात यह है कि भारत में 99% लोगों को ब्रश करना नहीं आता।
अब लोग बहुत सारा जहर वाला पेस्ट ब्रश पर लगा कर उसे दांत पर घिसते है तो दांतों का तो पता नहीं पर मसूड़े जरूर छील लेते हैं उससे मसूड़े कमजोर होते हैं उनमे खून आता है । ब्रश करने से दांतों में गैप बढता है जिसमे अन्न कण फंसते हैं और बाद में सडन और कीड़े पैदा करते हैं।
जब माँ बच्चे को प्लास्टिक की बोतल से दूध पिलाती है तो उसे हर बार पानी में उबाल कर पिलाती है पर ब्रश के साथ कितने लोग ऐसा करते हैं उसके वृश्ल्स भी तो प्लास्टिक ही है।
ब्रश को सिर्फ सादा पानी से धो कर हम खुश होते हैं कि उसमे से बक्टिरिया निकल गया जबकि उसे रखते हैं बाथरूम में जहां बक्टिरिया पनपता है।
अतः आपको यदि दांत स्वस्थ रखने हैं तो ब्रश उठा कर कचरे में फेंक दें। उसकी जगह ऊँगली से मसूड़ों की मालिश करें। ऐसा करने से मसूड़े स्वस्थ होंगे और साथ ही दांतों के बीच गैप कम हो जाएगा तो अन्न कण नहीं फसेंगे और सडन व् कीड़े नहीं होंगे।
२) ज्यादा ठंडा व् ज्यादा गर्म खाने या पीने से दांतों को नुक्सान होता है उससे बचें।
३) शौच जाते समय दांतों को कस कर भींच कर बैठें इससे दांत कभी नहीं हिलेंगें।
४) खाने के बाद साफ़ पानी से कुल्ला अवश्य करें ताकि जो अन्न कण रह गए हैं वे निकल जाएँ।
यह एक आम समस्या है,खासतौर पर बच्चों में यह कष्ट अधिक देखने को मिलता है | दांतों की नियमित सफाई न करने से दांतों के बीच में अन्न कण फंसे रहते हैं और इन्ही अन्न कणों के सड़ने की वजह से दांतों में कीड़े लग जाते हैं जिससे दांतों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं | इसी कारण दांत खोखले हो जाते हैं,मसूड़े ढीले पड़ जाते हैं तथा दांत टूटकर गिरने लगते हैं | दांतों की नियमित सफाई करके इस समस्या से बचा जा सकता है | इस रोग में दांतों में तेज़ दर्द होता है और मसूड़े सूज जाते हैं | दांतों में कीड़े लगने पर कुछ घरेलू उपचारों द्वारा आराम पाया जा सकता है -
१- दालचीनी का तेल रूई में भरकर पीड़ायुक्त दांत के गढ्ढे में रखकर दबा लें | इससे दांत के कीड़े नष्ट होते हैं और दर्द में शांति मिलती है |
२- फिटकरी गर्म पानी में घोलकर प्रतिदिन कुल्ला करने से दांतों के कीड़े और बदबू ख़त्म हो जाती है |
३- कीड़े युक्त या सड़े हुए दांतों में बरगद (बड़) का दूध लगाने से कीड़े और पीड़ा दूर होती है |
४- हींग को थोड़ा गर्म करके कीड़े लगे दांतों के नीचे दबाकर रखने से दांत व मसूड़ों के कीड़े मर जाते हैं |
५- पिसी हुई हल्दी और नमक को सरसों के तेल में मिला लें | इसे प्रतिदिन २-४ बार दांतों पर मंजन की तरह मलने से दांतों के कीड़े मर जाते हैं |
६- कीड़े लगे दांतों के खोखले भाग में लौंग का तेल रुई में भिगोकर रखने से भी दांत के कीड़े नष्ट होते हैं |
७- दांत में कीड़े लगने से दांत खोखले हो जाते हैं तथा जगह-जगह गढ्ढे बन जाते हैं | फिटकरी,सेंधानमक,तथा नौसादर बराबर मात्रा में लेकर बारीक पाउडर बना लें | इसे प्रतिदिन सुबह-शाम दांत व मसूड़ों पर मलने से दांतों के सभी रोग ठीक होते हैं।
८- जिनको पथरी की समस्या है उन्हें छोड़ कर सभी लोग रोज आधा गेंहूँ के दाने जितना चूना रोज खाएं इससे आपके दांत और शरीर की वाकी हड्डियां भी मजबूत होंगीं।
अगर कोई शंका या प्रश्न हो तो आप panchgavyabharat@gmail.com पर संपर्क करें।
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