Wednesday, 3 September 2014

शरीर को स्वस्थ रखने के कुछ उपाय:











शरीर को स्वस्थ रखने के कुछ उपाय:

[A] आहार-केन्द्रित उपाय:

१/. फल, सलाद, अँकुरित चीजें तथा दूध एवं दही नियमित रूप से भोजन के हिस्सा अवश्य हों। घर के प्रत्येक सदस्य को स्वास्थ्यवर्द्धक वस्तुएँ खाने की आदत डालें।
२/. बेसन, मैदा, गेहूँ के महीन आटे और व्हाइट ब्रेड की जगह सोयाबीन, सूजी, ज्वार, रागी, ओट्स और ब्राउन ब्रेड का उपयोग करें।
३/. बाजार में मिलने वाले कृत्रिम व डिब्बाबंद पदार्थों के सेवन से बचें। इनमें उपयोग किए गए 'प्रिजरवेटिव्स' स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
४/. यदि हरी सब्जियों और अंकुरित चीजों का प्रयोग सामान्य तरीके से करने से घर के सदस्य उन्हें खाने में रुचि नहीं लेते तो इन्हीं वस्तुओं का प्रयोग अलग तरीके से किया जा सकता है। मसलन-वेजीटेबल-पराठा या स्प्राऊट-चीला या डोसा आदि। इस तरह से आपका उद्देश्य भी पूरा होगा और सबकी इच्छा की भी पूर्ति होगी।
५/. अगर बवासीर (पाईल्स) में रक्त आता हो तो नींबू की फांक में सेंधा नमक भरकर चूसने से रक्तस्राव बंद हो जाता है। पके हुए चुनरी वाले एक केले के तीन भाग करके प्रत्येक टुकड़े में चने के दाने के बराबर देसी कपूर का एक एक टुकड़ा प्रविष्ट कर इन तीनों संयोग को प्रातःकाल खाली पेट सेवन करें, ऐसा तीन दिन तक करने से खूनी बवासीर ठीक हो जाती है।
६/. आधे नींबू का रस और दो चम्मच शहद मिलाकर चाटने से तेज खाँसी, श्वास व जुकाम में लाभ होता है।
७/. नींबू ज्ञान तंतुओं की उत्तेजना को शाँत करता है। इससे हृदय की बड़ी हुई धड़कन सामान्य हो जाती है। उच्च रक्तचाप के रोगियों की रक्तवाहिनियों को यह शक्ति देता है।
८/. एक नींबू के रस में तीन चम्मच शकर, दो चम्मच पानी मिलाकर, घोलकर बालों की जड़ों में लगाकर एक घंटे बाद अच्छे से सिर धोने से रूसी दूर हो जाती है व बाल गिरना बंद हो जाते हैं।
९/. एक गिलास पानी में एक नींबू निचोड़कर व सैंधा नमक मिलाकर सुबह-शाम दो बार नित्य एक महीना पीने से मूत्र-पथरी पिघलकर निकल जाती है। इसी प्रकार सुबह-शाम 100 से 150 ml मूली एवं मूली के पत्तों के रस का सेवन करने से हफ्ता-दस दिन में मूत्र-पथरी गल कर निकल जाती है।
१०/. नींबू को दो भाग करके तवे पर रखकर सेंक लें। उस पर सैंधा नमक डालकर चूसें। इससे पित्त की दिक्कत खत्म होती है।
११/. दर्दनिवारक दवाईयों के लंबे समय तक इस्तेमाल करने से न सिर्फ लीवर और किडनी के खराब होने का खतरा रहता है बल्कि इनसे दिल के दौरे पडऩे तथा ह्रदय संबंधित समस्याएं होने का खतरा भी हो सकता हैं।
१२/. दिन भर में कम से कम आठ से दस ग्लास पानी पिएँ। जितना पानी आप पिएँगें उतना ही आपके दांत साफ होंगें। इसके अलावा यह हर प्रकार के दागों को भी दांतों से मिटाने में कारगर साबित होगा।
१३/. अपने खाने में फल और सब्जी शामिल करें। सेब, खीरा, गाजर दांतों को प्राकृतिक रूप से साफ करते हैं। यह दांतों में फंसे खाने को भी निकालते हैं और मसूड़ों की समस्या को भी दूर करते हैं।
१४/. खाने के बाद पनीर का एक टुकड़ा चबाकर खाने से दांत चमकदार रहते हैं।
१५/. जूस और सोडा पीने के बाद ब्रश नहीं करना चाहिए।
१६/. अदरक के रस में या अडूसे के काढ़े में शहद मिलाकर देने से खाँसी में आराम मिलता है।
१७/. प्याज का रस और शहद समान मात्रा में मिलाकर चाटने से कफ निकल जाता है तथा आँतों में संग्रहित विजातीय द्रव्यों को दूर कर कीड़े नष्ट करता है। इसे पानी में घोलकर एनीमा लेने से भी काफी लाभ होता है।
१८/. हृदय की धमनी के लिए शहद बड़ा शक्तिवर्द्धक है। अगर मधुमेह ना हो तो सोते वक्त शहद व नींबू का रस मिलाकर एक ग्लास पानी पीने से कमजोर हृदय में शक्ति का संचार होता है।
१९/. सूखी खाँसी में शहद व नींबू का रस समान मात्रा में सेवन करने पर लाभ होता है।
२०/. अदरक का रस और शहद समान मात्रा में लेकर चाटने से श्वास कष्ट दूर होता है और हिचकियाँ बंद हो जाती हैं।
२१/. कब्जियत में टमाटर या संतरे के रस में एक चम्मच शहद डालकर सेवन करें, लाभ होगा।

[B] 10 मिनट में हो सकते हैं फिट:

१/. कुछ लोगों की यह धारणा है कि चुस्त-दुरुस्त रहने के लिए हर दिन घंटों पसीना बहाना पड़ता है, लेकिन हाल ही में जर्मनी में हुए शोधों से पता चला है कि यह धारणा सही नहीं है। इन शोधों के मुताबिक 10 मिनट का व्यायाम भी आपको तरोताजा बनाये रखने के लिए काफी है। हो सकता है कि 10 मिनट के व्यायाम से आपके शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम न हो, लेकिन 10 मिनट की एक्सरसाइज आपमें जोश भर देगी और आप सारा दिन खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। इसका असर आपके काम पर भी पड़ेगा यानी 10 मिनट की एक्सरसाइज आपके काम करने की क्षमता को बढ़ायेगी।
२/. हर दिन 10 मिनट का व्यायाम बीमारियों से लडऩे की शक्ति को 40 फीसदी तक बढ़ाता है।
३/. दफ्तर की सीढ़ियाँ चढऩा, उतरना तथा पार्किग स्थल से दफ्तर तक पैदल चलना भी शरीर को तरोताजा रखने वाला व्यायाम है।
४/. सुबह-सुबह 10 मिनट की जॉगिंग कई घंटों तक आप के शरीर में चुस्ती बरकरार रख सकती है। यह ध्यान रखें कि व्यायाम को मौज-मस्ती में करें यानि उसे बोझ समझकर न करें।
५/. अगर बाहर जाकर व्यायाम करना संभव न हो तो संगीत की धुन पर 10 मिनट नृत्य करिए।
६/. बुखार, थकान, कमजोरी महसूस करने पर व्यायाम से बचें।

[C] सावधानियाँ:

१/. ध्यान रखें, जहाँ व्यायाम करें वहाँ शांति हो, जगह साफ-सुथरी हो, प्राकृतिक हवा हो और पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी हो।
२/. व्यायाम का समय बढ़ाना हो तो धीरे-धीरे बढ़ाएँ, एकदम से समय बढ़ाने से थकान, कमजोरी के शिकार हो सकते हैं।
३/. व्यायाम के समय बातचीत न करें, व्यायाम के समय चुप रहने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
४/. पूर्ण तनावमुक्त होकर मन व शरीर को शांत रखते हुए व्यायाम करें।
५/. इस हकीकत को स्वीकारें कि चाहे दिन रात व्यायाम ही क्यों न करे, हमेशा युवा नहीं रह सकते। अर्थात बढ़ती उम्र को वर्तमान के प्रसाद स्वरूप हर्षपूर्वक गर्व के साथ स्वीकार करना भी स्वस्थ जीवन जीने की ही एक कला है।

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