आम को शास्त्रों में अमृत फल माना गया है |
आइये जानते हैं इसके कुछ और उपयोग :--
1- पेट के कीड़े- यदि बच्चों को मिट्टी खाने की आदत हो तो उसे छुड़ाने के लिए आम की गुठली की गिरी का चूर्ण पानी में मिलाकर दिन में दो -तीन बार पिलायें , इस प्रयोग से पेट के कीड़े भी मर जाते हैं |
2-सूखी खांसी - एक पका हुआ अच्छा सा आम लें , उसे आग में भून लें | जब यह ठंडा हो जाए तो इसे धीरे -धीरे चूसें , इससे सूखी खांसी में लाभ होता है |
3- मधुमेह - आम के पत्तों को छाया में सुखाकर चूर्ण बना लें , इसे 5-5 ग्राम की मात्रा में सुबह - शाम पानी से 20-25 दिन लगातार सेवन करने से मधुमेह में लाभ होता है |
4- कब्ज़ - पके आम खाकर ऊपर से गर्म दूध पीने से शौच खुलकर आती है , जिससे पेट साफ़ हो जाता है और कब्ज़ से छुटकारा मिल जाता है |
5- कान दर्द -आम के पत्तों का रस निकालें , इसे हल्का सा गर्म करके कुछ बूँद कान में डालें , कान दर्द में लाभ होता है |
6-पायरिया - आम की गुठली की गिरी निकल लें , सुखाकर इसका बारीक़ चूर्ण बना लें | इस चूर्ण को मंजन की तरह करने से पायरिया एवं दांतों के सभी रोगों में लाभ होता है |
7- लू तथा गर्मी -कच्चे आम का पन्ना बना कर पीने से लू तथा गर्मी लगने से होने वाली बेचैनी ठीक होती है | आम खाने के बाद पाचन सम्बन्धी दिक्कत होने पर तीन - चार जामुन खा लें ,लाभ होगा | जामुन के स्थान पर चुटकी भर पिसी सौंठ में इतना ही सेंधा नमक मिलाकर लिया जा है |
आम के ऊपर पानी का सेवन कदापि ना करें |
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