सिद्धासन (Siddhasana)
सिद्धासन को करने के लिए सबसे पहले सीधे होकर आराम से बैठ जाए।
बाएं पैर की एड़ी को नितम्ब और अण्डकोष के नीचे बीच में टिका लें।
दाएं पैर की एड़ी को उठाकर शिश्न (लिंग) पर रख दें।
दोनों पैर के अंगूठे को जांघों तथा पिंडलियों के बीच में रखें।
इसके बाद दाएं हाथ को दाएं घुटने पर और बाएं हाथ को बाएं घुटने पर टिकाकर रखें।
इस आसन को करते समय अंगूठे और तर्जनी उंगली (अंगूठे के साथ वाली उंगली) आपस में मिली रहें।
इस आसन को करते समय अपने सारे शरीर को सीधा रखें लेकिन कमर झुकी हुई नहीं होनी चाहिए।
इस आसन से आप पांच तरह की मुद्रायें भी अपना सकते हैं-
पहली मुद्रा- अपनी आंखों को पूरी तरह से बंद करके ध्यान की अवस्था में रखें।
दूसरी मुद्रा- अपनी निगाह को नाक के आगे के भाग पर टिकाकर रखें।
तीसरी मुद्रा- अपनी निगाह को आंखों के सामने टिकाकर रखें।
चौथी मुद्रा- अपनी आंखों को आधी बंद करके ध्यान करें।
पांचवी मुद्रा- आपकी दृष्टि भौंहों के बीचो-बीच टिकी रहे,

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