सर्दियों में इन चीजों को खाने से हो सकता है आपको नुक्सान
मेवे तथा ताजा फल आपके लिए अच्छे हैं इसका अर्थ यह नहीं है कि आप अत्यधिक मात्रा में इनका सेवन करें। डाइटीशियन्स के अनुसार इनकी मात्रा का बहुत महत्व होता है। स्वादिष्ट तथा कार्बोहाइड्रेट्स से भरपूर स्नैक्स की तरह ही स्वास्थ्यवद्र्धक खाद्यों का भी आपके शरीर पर दुष्प्रभाव पड़ता है यदि आप उनकी मात्रा पर ध्यान नहीं देते। कोकिलाबेन धीरुभाई अम्बानी अस्पताल, मुम्बई की चीफ डाइटीशियन भक्ति आर. सामंत के अनुसार ओट्स की उदाहरण ली जा सकती है। वह कहती हैं, ‘‘मैंने कई ऐसे मरीज देखे हैं जो एक समय के खाने में तीन कटोरी दलिया खा जाते हैं। इससे उनका फिट रहने का उद्देश्य असफल हो जाता है।’’
यहां पेश हैं ऐसे कुछ खाद्य जिनका सेवन सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए नहीं तो स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकते हैं।
सूखे मेवे
सर्विंग साइज : 15 ग्राम प्रतिदिन
एक सूखी खुबानी एक ताजा खुबानी के विपरीत होते हुए भी इसमें कैलोरीका तथा शूगर एक समान मात्रा में मौजूद होते हैं। साथ ही में मेथी, कद्दू के बीज तथा बादाम आदि में ऑक्सेलेट्स तथा फाइटेट्स मौजूद होते हैं। ये ऐसे एसिड्स हैं जो किडनी तथा गाल ब्लैडर स्टोन का कारण बन सकते हैं, यदि सूखे मेवों का अत्यधिक मात्रा में सेवन किया जाए। चूंकि यह पानी में घुलनशील हैं इसलिए खाने से पहले इन्हें पानी में भिगो कर रखा जाए तो बढिय़ा रहता है।
सोया
सर्विंग साइज : एक भोजन में 200 ग्राम; कभी-कभार
सभी सोया खाद्यों में स्वास्थ्यवर्धक प्रोटीन तथा फाइबर के उच्च स्तर मौजूद होते हैं जो बुरे कोलैस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं परन्तु सोया में जैविक तौर पर सक्रिय यौगिक आईसोफ्लेवोन्स भी मौजूद होते हैं।
सोया के अत्यधिक नियमित सेवन से शरीर में ओएस्ट्रोजन रिसैप्टर्स सक्रिय हो सकते हैं जिसके कारण हार्मोनल इम्बैलैंस पैदा होता है। पुरुषों में इसका अर्थ है प्रजनन में अक्षमता, कामेच्छा की कमी। महिलाओं में इसका अर्थ है बांझपन।
व्हाइट मीट्स
सर्विंग साइज : फिश या चिकन के दो मध्यम आकार के टुकड़े।
फिश और चिकन ब्रैस्ट हमेशा से प्रोटीन की उच्च मात्रा के लिए जाने जाते हैं जिनमें बहुत कम कैलोरिफिक कंटैंट होता है। ग्रिल की हुई फिश या चिकन का सेवन सलाद के साथ करने को एक आदर्श लंच माना जाता है। कई बार अत्यधिक मात्रा में इनका सेवन करने से आपकी प्रोटीन लेने की मात्रा बढ़ सकती है। प्रोटीन के प्रत्येक ग्राम में 4 कैलोरीज होती हैं। हमारा शरीर अतिरिक्त कैलोरीज को फैट के तौर पर स्टोर कर लेता है। अत्यधिक प्रोटीन से लिवर तथा ब्रेन संबंधी व्याधियां पैदा हो सकती हैं क्योंकि यह अमोनिया के निर्माण का कारण बनता है जिसे फिल्टर करने में लिवर अक्षम होता है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
सर्विंग साइज : प्रत्येक भोजन में 30-35 ग्राम। हल्की उबाली गई सब्जियों में ओक्सैलिक एसिड उच्च होता है जो सब्जियों के एसिडिक कंटैंट को कम कर सकता है और पोषक तत्वों को बढ़ा सकता है।
हरी पत्तेदार सब्जियों के बड़ी मात्रा में सेवन से काफी खतरा होता है क्योंकि इनमें ओक्सैलिक एसिड मौजूद होता है। यह एक ऐसा कैमिकल है जो कैल्शियम की कमी, किडनी स्टोन तथा गठिया का कारण बन सकता है। यह शरीर से कैल्शियम को खत्म कर देता है जिससे मांसपेशियों का दर्द और किडनी स्टोन का खतरा पैदा हो जाता है। पालक में ओक्सैलिक एसिड की मात्रा अत्यधिक होती है।
ताजा फल
सर्विंग साइज : स्ट्रॉबेरी के 5-6 टुकड़े, 10 अंगूर , 3 लम्बे टुकड़े पपीता, खरबूजा तथा तरबूज, एक मध्यम आकार का सेब या संतरा।
फाइबर, विटामिन सी तथा पोषक तत्वों से भरपूर फल कोई नुक्सान नहीं पहुंचाते। फिर भी इनका अत्यधिक सेवन वजन बढऩे तथा आपको एसिडिक बनाने का कारण हो सकता है। दिन में 3 फलों से अधिक का सेवन न करें। यह कैलोरीज तथा शूगर से भरपूर हो सकते हैं। एक सेब कैलोरी कंटैंट के मामले में 2 संतरों के मुकाबले होता है।
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