मलाई का उपयोग :-
जरूरी नहीं कि सर्दी में ही होठों पर पपड़ी और चेहरे पर खुश्की आती हो। गर्मियों में भी पानी की कमी से होठों में रूखापन आ जाता है तथा होंठ फटे फ़टे हो जातें हैं। क्रीम आदि तो आप हमेशा ही ट्राय करती आई हैं, लेकिन कभी घर में हमेशा उपलब्ध रहने वाली उपयोगी क्रीम यानी मलाई पर भी नजर डाल लें। मलाई का कुछ इस तरह भी प्रयोग किया जा सकता है।
एक चम्मच मलाई में नींबू का रस मिलाकर प्रतिदिन चेहरे और होंठ पर लगाने से ये फटते नहीं हैं।
थोड़ी-सी मलाई और एक चम्मच बेसन का उबटन साबुन का बेहतरीन विकल्प है। इससे त्वचा मुलायम होती है।
मुल्तानी मिट्टी को पीसकर, मलाई में मिलाकर चेहरे तथा कोहनियों पर लगाने से रंग में निखार आता है।
तीन चार बादाम और दस-बारह देशी गुलाब की पत्तियां पीसकर उसमें एक चम्मच मलाई मिलाकर चेहरे पर लगायें । इससे चेहरे की झुर्रियां और त्वचा के धब्बे दूर हो जाते हैं।
मलाई में समुद्र फेन का बारीक पाउडर मिलाकर लगाने से मुंहासे ठीक हो जाते हैं।
मौसंबी या संतरे के छिलकों को पीसकर, मलाई मिलाकर उबटन लगाने से त्वचा मुलायम व साफ होती है।
एक चम्मच मलाई में एक चम्मच सेब का रस मिलाकर, फेंटकर, हल्के हाथ से चेहरे पर मलने से कुछ ही दिनों में रंग साफ होने लगता है।
खांसी की समस्या हो तो आधी कटोरी मलाई में एक चम्मच नारियल का बुरा, पांच बड़ी इलायची का पावडर तथा दस काली मिर्च दरदरी पीसकर, धीमी आंच पर चलाकर गर्म कर लें। सोने से पहले रोगी को गर्म-गर्म ही दें। कुछ दिन इसका सेवन करने से खुश्क खांसी ठीक हो जाती है।
कांसे या पीतल की थाली में दो चम्मच ताजी मलाई को थोड़ा सा पानी डालकर खूब फेंट लें। मलाई फूलकर मक्खन जैसी हो जाएगी। इसमें एक डली कपूर की पीसकर मिलाएं। फोड़े-फुंसी आदि पर यह लेप लगाने से लाभ होता है।
इसी कपूर मिले मक्खन को छोटे बच्चों के सिर के बीचोंबीच रखकर हल्के हाथ से मालिश करें। इससे खोपड़ी मजबूत होती है और गर्मियों में ठंडक भी पहुंचती है।
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