Friday, 28 August 2015

नाखूनों की रंगत से जानें अपनी सेहत के बारे में













नाखूनों की रंगत से जानें अपनी सेहत के बारे में….

अगर बदल रहा है नाखूनों का रंग तो समझें कुछ गड़बड़ है!
अक्सर हम अपने नाखूनों को सुंदर और आकर्षक बनाने में जुटे रहते हैं। लेकिन नाखूनों में होने वाले छोटे-मोटे बदलावों पर हमारा ध्यान नहीं जाता। जबकि नाखूनों के लक्षण हेल्थ की कहानी कहते है

जब आपके नाखून लम्बे होने के बाद उंगलियों की तरफ ही मुड़ने लगें, तो इसे नेल क्लबिंग कहते हैं। कई बार शरीर में ऑक्सीजन की कमी से नाखूनों को यह शेप मिलती है। अगर नाखून ड्राई और नाजुक हैं तो यह नाखूनों पर बहुत ज्यादा केमिकल्स के प्रयोग की वजह से हो रहा है। यह कई तरह के लंग कार्डियोवस्कुलर से जुड़ी बीमारी की तरफ भी इशारा करते हैं।

नाखून पर एक से ज्यादा सफेद धारियां किडनी से जुड़ी बीमारियों और शरीर में पोषक तत्वों की कमी की ओर इशारा करती हैं।

इसी तरह अगर नाखून बहुत सॉफ्ट हैं और अंदर से खोखले नजर आते हैं, तो यह लीवर संबंधी समस्या या फिर शरीर में आयरन की कमी का संकेत माना जाता है। आयरन की कमी से नाखून टूटने भी लगते हैं।

नाखूनों में चमक भी जरूरी है। अगर नाखूनों में चमक न हो, तो समझ लें कि आपको एनीमिया की समस्या है। इस तरह के नाखून वालों को डायबिटीज और लीवर से जुड़ी समस्याएं होने की भी संभावना होती हैं।

काली रेखा या धब्बे नाखूनों पर नजर आ रहे हैं, तो आपको मेलेनोमा हो सकता है। इस तरह के धब्बे आमतौर पर किसी एक ही नाखून पर या पैर के नाखून में देखने को मिलते हैं।

हल्का नीला रंग 

अगर आपके नाखूनों का रंग हल्का नीला पड़ गया है, तो यह शरीर को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन न मिलने का संकेत है। आपको फेफड़ों की समस्या हो सकती है।

फीके नाखून…

अगर आपके नाखूनों का रंग फीका पड़ गया है और वो बहुत ही बुरे या भयानक दिख रहे हैं तो आपको एनीमिया और खून की कमी की शिकायत हो सकती है। ऐसे में आयरन लेने की बेहद जरूरत है। आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, बीनस शामिल करना चाहिए। फीके रंग के नाखून डायबिटीज और लिवर से जुड़ी बीमारियों की ओर भी इशारा करते हैं।

सफेद नाखून…

कई बार नाखूनों पर सफेद धब्बे दिखाई देते हैं। धीरे-धीरे नाखूनों पर सफेद धब्बे इतने बढ़ जाते हैं कि नाखून सफेद दिखने लगते हैं। यह धब्बे शरीर में जिंक और विटामिन बी की कमी को दर्शाते हैं। चना इन दोनों का बड़ा ही बेहतर स्त्रोत है। ज्वार, बाजरा से भी इसकी कमी को पूरा किया जा सकता है। सफेद रंग के नाखून लिवर से संबंधित बीमारियों जैसे हेपेटाइटिस की ओर भी इशारा करते हैं।

पीले नाखून…

पीले पड़ते नाखून अगर मोटे भी हो रहे हैं, तो सतर्क हो जाएं, क्योंकि यह फंगल इंफेक्शन का लक्षण है। ऐसे में नाखून कमजोर होकर टूटने भी लगते हैं। ये थायरॉयड, डायबिटीज, सिरोसिस और फेफड़ों से संबंधित जैसी गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकते हैं। अगर नाखूनों का रंग पीला है या उनकी पर्त सफेद है, तो यह शरीर में एनीमिया का लक्षण है। नाखूनों का पीलापन पीलिया के लक्षण को भी बताता है।

सबसे अहम बात यह कि आपका आहार ही आपके नाखूनों की सही पहचान है। अच्छे नाखूनों के लिए आपकी डाइट में कैल्शियम की मात्रा अधिक होनी चाहिए। सबसे पहले नाखूनों पर एक हफ्ते से ज्यादा देर के लिए नेल पॉलिश को न लगा रहने दें। अगर नेल पॉलिश ज्यादा समय के लिए नाखून पर रहती हैं तो वह नाखूनो की सतह को खराब बना देती है। साथ ही नाखून बदरंग और अस्वस्थ्य हो जाते हैं।

क्यूटिकल्स को साफ रखें। ये नाखूनों के दोनों ओर होते हैं, जिनमें गंदगी तब जाती हैं। यह इतने प्रभावशाली होते हैं कि इसकी वजह से नाखून सड़ भी जाते हैं। इसलिए समय-समय पर क्यूटिकल्स को काटते रहें।

सेहतमंद शरीर का आईना होते हैं हमारे नाखून, इन पर जरूर गौर करें…

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