खांसी से बचाव के लिए घरेलू उपचार
गाय के दूध का 15-20 ग्राम घी और काली मिर्च को एक कटोरी में लेकर हल्की आंच में गरम कीजिए। जब काली मिर्च गरम हो जाए तो उसे थोडा सा ठंडा करके लगभग 20 ग्राम पीसी मिश्री मिला दीजिए। उसके बाद काली मिर्च निकालकर खा लीजिए। इस खुराक को दो-तीन दिन तक लेने से खांसी बंद हो जाएगी।
तुलसी के पत्ते 5 काली मिर्च, 5 नग काला मनुक्का, 5 ग्राम चोकर (गेहूं के आटे का छान), 6 ग्राम मुलहठी, 3 ग्राम बनफशा के फूल लेकर 200 ग्राम पानी में उबाल लीजिए। जब पानी आधा हो जाए तो उसे ठंडा करके छान लीजिए। फिर गर्म करें और बताशे डालकर रात को सोते समय गरम-गरम पी लीजिए। इस खुराक को 3-4 दिन तक लेने से खांसी ठीक हो जाती है।
खांसी होने पर सेंधा नमक की डली को आग पर अच्छे से गरम कर लीजिए। जब नमक की डली गर्म होकर लाल हो जाए तो तुरंत आधा कप पानी में डालकर निकाल लीजिए। सोने से पहले इस पानी को पीने से खांसी में काफी आराम मिलता है।
एक ग्राम सेंधा नमक और 125 ग्राम पानी को आधा होने तक उबालिये। सुबह-शाम इस पानी को पीने से खांसी में आराम मिलता है।
खांसी आने पर सोंठ को दूध में डालकर उबाल लीजिए। शाम को सोते वक्त इस दूध को पी लीजिए। ऐसा करने से कुछ दिनों में खांसी ठीक हो जाती है।
शहद, किशमिश और मुनक्के को मिलाकर खाने से खांसी ठीक हो जाती है।
त्रिफला में बराबर मात्रा में शहद मिलाकर पीने से खांसी में फायदा होता है।
तुलसी, कालीमिर्च और अदरक की चाय पीने से भी खांसी समाप्त होती है।
हींग, त्रिफला, मुलेठी और मिश्री को नींबू के रस में मिलाकर चाटने से भी खांसी में फायदा मिलता है।
सूखी खांसी कुछ ज्यादा ही तकलीफदेह होती है। सूखी खांसी में कफ नहीं आता सिर्फ खांसी आती है जो परेशान करती है। खांसी अगर ज्यादा दिन तक आए तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। दो हफ्ते से ज्यांदा खांसी आने पर चिकित्सक से संपर्क अवश्य करना चाहिए।
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