Friday, 22 April 2016

हरी मिर्च औषधीय गुण
















हरी मिर्च (Green Chilli) के आयुर्वेदिक व औषधीय गुण!

1:- तीखी हरी मिर्च का सेवन सेहत और सौंदर्य दोनों के लिए फायदेमंद होता है। ये साफ त्वचा से लेकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। रोजाना हरी मिर्च का सेवन करने से सेहत तो दुरुस्‍त रहती है। हरी मिर्च में कैप्सियासिन नामक यौगिक मौजूद होता है जो इसे मसालेदार बनाता है। यह सौंदर्य के लिए भी फायदेमंद होता है, 

2:- एक्ने :– मिर्च खाने से खून साफ होता है और नसों में इसका फ्लो तेजी से होता है, जिससे चेहरे पर पिंपल्‍स की समस्‍या नहीं होती। मिर्च में काफी विटामिन सी और ई पाया जाता है।छोटी-छोटी फुन्सियाँ उठने पर हरी मिर्च का लेप लगाने से फुन्सियाँ बैठ जाती है। खाज-खुजली के लिए मिर्च को तेल मे जलाकर मालिश करने से आराम मिलता है। गर्मी के दिनों में खाने के साथ हरी मिर्च खाएं। खाने के साथ मिर्च खाने से लू नहीं लगती है

3:- त्वचा :– हरी मिर्च या फिर शिमला मिर्च में आपको काफी ज्‍यादा विटामिन सी और एंटीऑक्‍सीडेंट मिल जाएगा। एंटीऑक्‍सीडेंट हमारी त्‍वचा और सेहत के लिये बहुत अच्‍छा माना जाता है। मिर्च खाने से चेहरे पर जल्‍दी झुर्रियां नहीं पड़ेंगी।हरी मिर्च में बहुत सारा विटामिन ई होता है जो कि त्‍वचा के लिये फायदेमंद प्राकृतिक तेल का प्रोडक्‍शन करता है। तो अगर आप तीखा खाना खाती हैं तो आपकी त्‍वचा अपने आप ही अच्‍छी हो जाएगी।

4:- बैक्‍टीरियल इंफेक्‍शन से बचाव :– हरी मिर्च में एंटी बैक्‍टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो कि संक्रमण को दूर रखते हैं। हरी मिर्च को खाने से आपको स्‍किन रोग नहीं होगा।महिलाओं में अक्‍सर आयरन की कमी हो जाती है लेकिन अगर आप हरी मिर्च खाने के साथ रोज खाएंगी तो आपकी यह कमी भी पूरी हो जाएगी।

5:- जवां रहते हैं आप :– हरी मिर्च में फाइटोन्‍यूट्रियंट्स होते हैं जो कि स्‍किन को एक्‍ने, झाइयां और रैश से बचाते हैं। मिर्च का सेवन करने से आप बुढापे के लक्षणों से लड़ सकती हैं। इसका नियमित सेवन करने से आप जवां बन सकती हैं। हरी मिर्च में विटामिन ई होता है, जो कि त्वचा के लिए फायदेमंद है। इसलिए खाने के साथ कच्ची हरी मिर्च चबाने से त्वचा हमेशा जवान बनी रहती है।

6:- वजन घटाता है :– हरी मिर्च में कैलोरीज कम होती है। यह शरीर में अतिरिक्त फैट को बर्न करने में सहायता करती है और वजन पर नियंत्रण रखने में भी सहायक होती है।मोटापे से पीड़ित लोगों में कोलैस्ट्रॉल के स्तरों को कम करने में हरी मिर्चें काफी सहायक होती हैं। हरी मिर्च में मौजूद विटामिन के ओस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करता है।

7:- रक्तचाप और पाचन रखता है दूर :- रक्तचाप को नियंत्रित करने में हरी मिर्च काफी फयदेमंद होती है। मधुमेह होने की स्थिति में भी हरी मिर्च में रक्तचाप का स्तर नियंत्रित रखने के गुण होते हैं। मिर्चों में मुख्य तौर पर विटामिन ए तथा आयरन, कैल्शियम, पोटाशियम, मैंगनीज और मैग्रीशियम की कुछ मात्रा मौजूद होती है।

इसमें पोटाशियम भी होता है जो कोशिका तरलों का एक महत्वपूर्ण अंग है। यह हमारी हृदय गति तथा रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।हरी मिर्चें शरीर में से विषैले तत्व बाहर निकालने के लिए जानी जाती हैं। ये डाइटरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत हैं। इनसे आंतडिय़ों की गतिविधि को बढिय़ा बनाने में सहायता मिलती है और कब्ज नहीं होती।

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