Monday, 9 June 2014

'माईग्रेन/अर्द्धकपाली/आधाशीशी' रोग के कुछ सरल उपचार:













'माईग्रेन/अर्द्धकपाली/आधाशीशी' रोग के कुछ सरल उपचार:

१/. प्रतिदिन सुबह-सुबह खाली पेट, रात को भिंगोई हुई बादाम के १०-१२ नग छिलके उतार कर मिश्री के साथ किसकर या पीसकर खाएँ. यह माईग्रेन का बढ़िया उपचार है.

२/. अपनी-अपनी सुविधा के अनुसार, रात को सोते वक्त अथवा दिन में कभी भी, बंद गोभी को कुचलकर एक सूती कपड़े में बिछाकर मस्तक(ललाट) पर बांधें. कुछ समय बाद जब यह पेस्ट सूखने लगे तो नया पेस्ट बनाककर पट्टी बांधें. यह माईग्रेन का बड़ा ही कारगर एवं सफ़ल उपाय है.

३/. रोजाना सुबह-शाम २०० मि.लि. ताज़े अंगूर का रस पिएँ. बेहद कारगर नुस्खा है.

४/. नींबू के छिलके कूट कर पेस्ट बनालें. इसे ललाट पर बांधें. जरूर फ़ायदा होगा.

५/. गाजर का रस १५० मि.ली. और इतना ही पालक का रस आपस में मिलाकर पिएँ यह संयोग आधाशीशी में गुणकारी होता है.

६/. सिर्फ गर्मागर्म ताज़ी जलेबी २०० ग्राम अथवा दूध के साथ नित्य सुबह भोजन करने से पहले खिलाने पर भी कई रोगियों को लाभ हुआ है.

७/. आधा चम्मच सरसों के दानों को पीसकर इस पाऊडर को ३ चम्मच पानी में घोलकर एक सूती कपड़े में रखकर सूँघें. माईग्रेन का दर्द कम हो जाता है.

८/. दर्द के समय सिर को किसी कपड़े से मजबूती से बाँधें. इससे खोपडी में रक्त का प्रवाह कम होकर सिरदर्द से राहत मिलती है.

९/. माईग्रेन रोगी देर से पचने वाला और मसालेदार भोजन न करें.

१०/. विटामिन 'बी' काम्प्लेक्स का एक घटक 'नियासिन' है. यह विटामिन आधाशीशी रोग में काफी उपकारी होता है. इसकी १०० मि.लि. मात्रा रोज लेते रहें.

११/. हरी सब्जियों और फ़लों को अपने भोजन में प्रचुरता से शामिल करें तथा तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाएँ.

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