रोज़ सुबह पीयें काळे नमक वाला पानी ....
रोज सुबह काला नमक और पानी मिला कर पीना शुरु करें !
( सादे नमक का प्रयोग नहीं करना )
इस घोल को सोल वॉटर कहते हैं ....
काले नमक में 80 खनिज और जीवन के लिए वे सभी आवश्यक प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं जो जरुरी हैं !
जिससे आपकी ब्लड शुगर - ब्लड प्रेशर - ऊर्जा में सुधार - मोटापा और अन्य तरह की बीमारियां झट से ठीक हो जाएंगी !
~ नमक वाला पानी बनाने की विधि :-
एक गिलास हल्के गरम पानी में एक तिहाई छोटा चम्मच काला नमक मिला गिलास को प्लास्टिक के ढक्कन से ढंक - गिलास को हिलाते हुए नमक मिलाइये और 24 घंटे के लिये छोड़ दें !
24 घंटे के बाद देखिये कि क्या काले नमक का टुकड़ा ( क्रिस्टल ) पानी में घुल चुका है - उसके बाद इसमें थोड़ा सा काला नमक और मिलाइये !
जब आपको लगे कि पानी में नमक अब नहीं घुल रहा है तो समझिये कि आपका घोल पीने के लिये तैयार हो गया है !
* पाचन दुरुस्त करे :-
नमक वाला पानी मुंह में लार वाली ग्रंथी को सक्रिय करने में मदद करता है - अच्छे पाचन के लिये यह पहला कदम बहुत जरुरी है !
पेट के अंदर प्राकृतिक नमक - हाइड्रोक्लोरिक एसिड और प्रोटीन को पचाने वाले इंजाइम को उत्तेजित करने में मदद करता है !
इससे खाया गया भोजन टूट कर आराम से पच जाता है !
इसके अलावा इंटेस्टाइनिल ट्रैक्ट और लिवर में भी एंजाइम को उत्तेजित होने में मदद मिलती है - जिससे खाना पचने में आसानी होती है !
* नींद लाने में लाभदायक :-
अपरिष्कृत नमक में मौजूदा खनिज हमारी तंत्रिका तंत्र को शांत करता है !
नमक - कोर्टिसोल और एड्रनलाईन - जैसे दो खतरनाक स्ट्रेस हार्मोन को कम करता है !
इसलिये इससे रात को अच्छी नींद लाने में मदद मिलती है !
* शरीर करे डिटॉक्स :-
नमक में काफी खनिज होने की वजह से एंटीबैक्टीरियल का काम भी करता है !
इससे शरीर में मौजूद खतरनाक बैक्टीरिया का नाश होता है !
* हड्डी की मजबूती :-
हम मे से ज्यादातर को नहीं पता कि हमारा शरीर, हमारी हड्डियों से कैल्शियम और अन्य खनिज खींचता है जिससे हमारी हड्डियों में कमजोरी आ जाती है !
इसलिये नमक वाला पानी उस मिनरल लॉस की पूर्ती करता है और हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है !
* त्वचा की समस्या :-
नमक में मौजूद क्रोमियम एक्ने से लड़ता है और सल्फर से त्वचा साफ और कोमल बनती है !
नमक वाला पानी पीने से एक्जिमा और रैश की समस्या दूर होती है !
* मोटापा घटाए :-
यह पाचन को दुरुस्त कर के शरीर की कोशिकाओं तक पोषण पहुंचाता है जिससे मोटापा कंट्रोल करने में मदद मिलती है !
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~ सेंधा नमक :-
सेंधा नमक को लाहोरी नमक भी कहा जाता है क्योकि यह पाकिस्तान मे अधिक मात्रा मे मिलता है !
यह सफ़ेद और लाल रंग मे पाया जाता है !
सफ़ेद रंग वाला नमक उत्तम होता है - यह ह्रदय के लिये उत्तम - दीपन और पाचन मे मदद रूप - त्रिदोष शामक - शीतवीर्य अर्थात ठंडी तासीर वाला - पचने मे हल्का है - इससे पाचक रस बढ़्ते हैं !
रक्त विकार आदि के रोग जिसमे नमक खाने को मना हो उसमे भी इसका उपयोग किया जा सकता है - यह पित्त नाशक और आंखों के लिये हितकारी है - दस्त - कृमिजन्य रोगो और रह्युमेटिज्म मे काफ़ी उपयोगी होता है !
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~ ऐसे बनता है असली काला नमक :-
* कुछ स्रोतों में काला नमक बनाने की निम्नलिखित विधियां बतायी गयी है !
1 - नमकीन पानी में हरड के बीज ( गुठली ) डाल उबाला जाता है - उबलने के बाद पानी भाप बन कर उड़ जाता है और काला क्रिस्टल नुमा नमक बच जाता है !
काले रंग के कारण ही इसे काला नमक कहा जाता है !
पीसने पर इसका रंग गुलाबी हो जाता है !
रासायनिक रूप से काला नमक सोडियम सल्फाइड होता है - जिसमें खनिज लवण भी होते हैं !
इसका उत्पादन सोडियम थायोसल्फेट बनाने के दौरान बाइप्रोडक्ट के रूप में भी होता है !
2 - काला नमक बनाने के लिये सेंधा नमक और साजीखार बराबर भाग मे ले ।
( साजीखार का उपयोग पापड बनाने में होता है और यह पंसारी की दुकान पर आसानी से मिलता है ) इस मिश्रण को पानी मे घोलें !
अब इसे धीमी आंच पर गर्म करे और पूरा पानी जला दें !
अंत मे जो बचेगा वह काला नमक है !
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