लहसुन खाने से फायदे और नुकसान
लहसुन सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता बल्कि इसे खाने के अनेक हेल्दी फायदे भी हैं।
इसे खाने से शरीर को विटामिन ए, बी और सी के साथ आयोडीन, आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम व मैग्नीशियम जैसे कई पोषक तत्व मिलते हैं। यही कारण है कि इसके नियमित सेवन से शरीर ताकतवर व त्वचा चमकदार हो जाती है।
लहसुन का सेवन करने वालों को फेफड़े के रोग नहीं होते। लहसुन एक शानदार कीटाणुनाशक है, यह एंटीबायोटिक दवाइयों का अच्छा विकल्प है, लहसुन से टीबी के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
लहसुन दमा के इलाज में कारगर साबित होता है। 30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करें। इससे दमा की शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है। अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो पिसी कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा नियंत्रित रहता है।
रोजाना इसे खाने से आपका कॉलेस्ट्रॉल लेवल 12 प्रतिशत तक कम हो सकता है। यह ब्लड क्लॉटिंग को रोकता है, खून पतला करता है और रक्त प्रवाह सुचारू करता है।
लहसुन में विटामिन सी होने से यह स्कर्वी रोग से भी बचाता है। यह आँतों के छिपे मल को भी बाहर निकाल देता है और कब्ज, गैस व एसिडिटी से मुक्ति दिलाता है।
100 ग्राम सरसों के तेल में दो ग्राम (आधा चम्मच) अजवाइन के दाने व एक लहसुन की कलियां डालकर धीमी आंच पर पकाएं। लहसुन और अजवाइन काली हो जाए तब तेल उतारकर ठंडा कर छान लें। तेल की मालिश करने से पहले इसे हल्का गर्म कर लें।इससे हर प्रकार का बदन दर्द दूर हो जाएगा।
अगर आप थुलथुले मोटापे से परेशान हैं तो - लहसुन की दो कलियां भून लें उसमें सफेद जीरा व सौंफ सैंधा नमक मिलाकर चूर्ण बना लें। इसका सेवन सुबह खाली पेट गर्म पानी से करें। - लहसुन की चटनी खाना चाहिए और लहसुन को कुचलकर पानी का घोल बनाकर पीना चाहिए। - लहसुन की पांच-छ: कलियां भिगो दें। सुबह पीस लें। उसमें भुनी हिंग और अजवाइन व सौंफ के साथ ही सोंठ व सेंधा नमक, पुदीना मिलाकर चूर्ण बना लें। 5 ग्राम चूर्ण रोज फांकना चाहिए।
खांसी और टीबी में लहसुन बेहद फायदेमंद है। लहसुन के रस की कुछ बूंदे रुई पर डालकर सूंघने से सर्दी ठीक हो जाती है।
लहसुन की दो कलियों को पीसकर उसमें और एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर क्रीम बना ले इसे सिर्फ मुहांसों पर लगाएं। मुहांसे साफ हो जाएंगे।
लहसुन की 5 कलियों को थोड़ा पानी डालकर पीस लें और उसमें 10 ग्राम शहद मिलाकर सुबह -शाम सेवन करें। इस उपाय को करने से सफेद बाल काले हो जाएंगे।
लहसुन की अधिक मात्रा आपके स्वास्थ्य को हानिकारक प्रभाव भी दे सकती हैं।
`````````````````````````````````````````````````````````````````````````````````
लहसुन सांस में बदबू, मुंह, पेट या सीने में जलन, गैस, मतली, उल्टी, शरीर में गंध और दस्त का कारण बन सकता है।
लहसुन के गाढ़े पेस्ट का त्वचा पर उपयोग त्वचा को जलने की तरह नुकसान पहुंचा सकता है।
गर्भावस्था एवं स्तनपान करानेवाली स्त्रियों को वैद्यराज की देखरेख में लेवे |
लहसुन के सेवन से खून का बहाव ज्यादा होता है। इसलिए अनुसूचित सर्जरी से कम से कम दो सप्ताह पहले लहसुन का सेवन करना बंद कर दें।
लहसुन गैस्ट्रोइंटेस्टिनल ट्रैक्ट में जलन पैदा कर सकता है। इसलिए अगर आपको पाचन संबंधी समस्या हो तो लहसुन का प्रयोग सावधानी से करे|
अधिक कच्चा लहसुन लेने के बाद एक स्वस्थ आदमी में दिल का दौरा पड़ने की संभावना हो जाती है |
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.