अनेक रोगों की एक दवा फिटकरी
भगवान का दिया हुआ यह शरीर इसी रूप में सुन्दर लगता है। यदि शरीर का कोई भी अंग फूल जाए अथवा कट-फट जाये तो शरीर बेढंगा ही लगेगा और पूरी क्षमता से काम भी नहीं करेगा। इसलिए शरीर को सुन्दर एवं स्वस्थ बनाये रखने के लिए कुछ प्राकृतिक उपायों को अपनाए जाने की जरूरत अक्सर महसूस की जाती है।
फिटकरी का प्रयोग करके भी आप अपने शरीर के हर अंग को कुदरती सांचे में ढाल सकते हैं और महिलाओं के लिए तो फिटकरी विशेष रूप से अनुकूल है। यौनांग खुल जाने पर यदि वे फिटकरी से दो-चार बार गुप्तांग को धो लेंगी तो वे कुंवारी कन्या के समान हो जायेंगी।
फिटकरी घाव को तुरन्त भरने में भी अत्यन्त लाभकारी है। दाढ़ी बनाने के बाद चेहरे पर फिटकरी मलने से चेहरा मुलायम हो जाता है। फिटकरी कई तरह के रोगों में विशेष रूप से लाभकारी है-
दांत का दर्द
फिटकरी और काली मिर्च पीसकर दांतों की जड़ों में मलने से दांतों की पीड़ा में लाभ होते है।
दांत हिलना
भुनी हुई फिटकरी एक तोला, भुना हुआ तूतिया छह माशा, कत्छा एक तोला, इन सबको कूट पीसकर मंजन बनाकर लगाने से दांतों की पीड़ा दूर होती है और दांत मजबूत तथा सुदृढ़ होते हैं।
दमा
फुलाई हुई फिटकरी एक तोला और मिश्री दो तोला दोनों को महीन पीसकर रख लें। एक-एक माशा नित्य सवेरे खाने से दमा के रोग में लाभ होता है। दमे के रोगियों के लिए शहद, प्याज, लहसुन व तुलसी की चाय तथा गुड़ अमृत के समान हैं। दालचीनी के टुकड़े मुंह में डालकर चूसते रहें।
कान का बहना
कान में फुंसी हो अथवा मवाद आता हो तो एक प्याले में थोड़ी-सी फिटकरी पीसकर पानी डालकर घोलें और पिचकारी द्वारा कान धोएं।
आंखों में जाला
आधा चम्मच शहद और दो ग्राम फिटकरी पिसी हुई किसी छोटी-सी डिबिया में डालकर ढक्कन बन्द करके रख दें। शहद और फिटकरी के इस मिश्रण की सलाई सुबह और शाम दोनों समय आंखों में लेते रहें। अवश्य लाभ होगा।
आंखों में लाली
शहद में फिटकरी मिलाकर आंखों में डालने से आंखों की लाली समाप्त हो जाती है।
आंखों में जलन
फिटकरी की बिल्कुल थोड़ा-सा साफ चूर्ण दूध की मलाई में मिलाकर पलकों पर लेप करें और सो जाएं। कुछ दिनों के प्रयोग से काफी लाभ होगा।
खाज खुजली
खुजली वाली जगह को फिटकरी वाले पानी से धोएं और बाद में उस जगह पर थोड़ा-सा कड़वा तेल लगा लें। उस पर थोड़ा-सा कपूर भी डाल लें। अवश्य लाभ होगा।
प्रदर
फिटकरी के पानी से योनि को सुबह-शाम नियमित धोएं। पंसारी से संगे जराहत और फिटकरी लेकर दोनों पीस लें और इस आधा ग्राम चूर्ण की फंकी ताजे पानी के साथ या गाय के दूध के साथ सुबह, दोपहर और शाम दिन में तीन बार लें। कुछ ही दिनों के प्रयोग से अवश्य लाभ होगा।
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