फूलगोभी-
फूलगोभी संपूर्ण भारत में सब्जी के तौर पर प्रचलित है और इसकी खेती भी लगभग सभी जगह की जाती है। हमारे देश की कोई ऐसी रसोई नहीं होगी, जहां फूलगोभी ना मिले। इसका वानस्पतिक नाम ब्रासिका ओलेरेसिया वेरा बोट्रायटीस है। फूलगोभी से कई तरह की स्वादिष्ट सब्जियां तैयार की जाती है, लेकिन बहुत ही कम लोग इसके औषधीय गुणों से परिचित हैं। यदि आप भी इससे जुड़े पारंपरिक ज्ञान को जानेंगे तो निश्चित ही आश्चर्यचकित हुए बगैर नहीं रहेंगे।
- फूलगोभी की पत्तियों के रस का सेवन गले की सूजन और गले से सबंधित अनेक विकारों को भी दूर करता है।
- फूलगोभी को धोकर चबाने से खून साफ होता है और अनेक चर्मरोगों में आराम मिलता है।
- लौह तत्व और प्रोटीन्स पाए जाने के कारण यह शरीर को शक्ति प्रदान करती है।
- फूलगोभी और गाजर का रस समान मात्रा में तैयार कर 1 गिलास प्रतिदिन दिन में दो बार देने से पीलिया के रोगी को फायदा होता है।
- यदि प्रतिदिन खाली पेट एक कप गोभी के रस का सेवन किया जाए तो कोलाइटिस और पेट दर्द से संबंधित विकारों में आराम मिलता है।
- रात को सोने से पहले गोभी का रस पी लिया जाए तो कब्जियत की समस्या में राहत मिलती है। जिन्हें अक्सर पेशाब में जलन की शिकायत हो, उन्हें फूलगोभी की सब्जी ज्यादा खानी चाहिए।
- इसमें कैल्शियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और लौह तत्व के अलावा विटामिन ए, बी, सी, आयोडीन, और पोटैशियम तथा थोड़ी-सी मात्रा में तांबा भी मौजूद होता है।
- मसूड़ों से खून आने की समस्या हो तो फूलगोभी के पत्तों का रस बनाकर उससे कुल्ला करें। मसूड़ों से खून निकलना बंद हो जाएगा। फूलगोभी को चबाने से मसूड़ों की सूजन खत्म हो जाती है।
- फूलगोभी के पत्तों के रस का सेवन गठिया के दर्द में भी लाभकारी होता है।
कम से कम तीन माह तक इस रस का सेवन करते रहने से हर तरह के दर्द की छुट्टी हो जाती है।
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