ऐसे खाएंगे ये सब्जियां तो करेंगी दवा का काम, इन रोगों में है रामबाण
बचपन में हमेशा माता-पिता खाना खाते समय सब्जियां खाने पर ज्यादा जोर दिया करते थे। अक्सर भोजन करते समय पिता की डांट, वो भी सिर्फ सब्जियों को लेकर, बहुत चुभती थी। ये लगभग हर घर में आज भी होता हैै। आज जब हम सब्जियों के गुणों के बारे में पढ़ते हैं तो लगता है कि बचपन की वो डांट हमारी सेहत को बेहतर बनाने के लिए हुआ करती थी। दरअसल, सब्जियां भी औषधि का काम करती हैं। सब्जियों के इसी महत्व को समझाने के लिए हम आज आपको बताने जा रहे हैं सब्जियों के औषधीय गुणों के बारे में...
लौकी
- लौकी में कार्बोहाइड्रेट होता है, जिसके कारण यह आसानी से पच जाती है। इसमें वसा की मात्रा कम होती है। ऐसा माना जाता है कि लौकी की सब्जी खाने से सिर दर्द की समस्या से राहत मिलती है और गर्मी दूर होती है।
- लौकी के बीजों को पीसकर होंठों पर लगाने से जीभ और होंठ के छाले ठीक हो जाते हैं।
- लौकी को उबालकर खाया जाए तो नाक से निकलने वाला खून यानि नकसीर में आराम मिलता है।
सब्जियों के औषधीय गुणों के संदर्भ में रोचक जानकारियों का जिक्र कर रहें हैं डॉ दीपक आचार्य (डायरेक्टर-अभुमका हर्बल प्रा. लि. अहमदाबाद)। डॉ. आचार्य पिछले 15 सालों से अधिक समय से भारत के सुदूर आदिवासी अंचलों जैसे पातालकोट (मध्यप्रदेश), डांग (गुजरात) और अरावली (राजस्थान) से आदिवासियों के पारंपरिक ज्ञान को एकत्रित कर उन्हें आधुनिक विज्ञान की मदद से प्रमाणित करने का कार्य कर रहें हैं।
गाजर-
गाजर में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, फॉस्फोरस, स्टार्च और कैल्शियम के अलावा केरोटीन भी प्रचूर मात्रा में पाया जाता है। बच्चों को गाजर का रस पिलाने से दांत आसानी से निकलते हैं, उन्हें दूध भी ठीक से पच जाता है।
- यदि आपको पाचन संबंधी समस्या है तो दिन में दो लाल गाजर खाएं। पाचन से जुड़ी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
- गाजर शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करती है। रात को डिनर करने के बाद एक गिलास गाजर का जूस पीने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है।
- जिन्हें गैस की समस्या हो उन्हें गाजर का रस या गाजर उबालकर उसका पानी पीना चाहिए।
- आदिवासियों के अनुसार गाजर के रस की 4-5 बूंदे नाक में डालने से हिचकी दूर हो जाती है।
पत्ता गोभी -
पत्ता गोभी में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, विटामिन्स (ए, बी, सी) के अलावा लौह तत्त्व भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
- पत्ता गोभी में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है। इसीलिए यह इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग बनाता है।
- इसमें अमीनो एसिड अधिक मात्रा में मौजूद होता है। चोट, मोच, दर्द आदि की सूजन को कम करता है।
- पत्तागोभी में विटामिन k भरपूर मात्रा में पाया जाता है। हाल ही में हुए शोध से पता चला है कि पत्ता गोभी के सेवन से अल्माइजर की समस्या दूर हो जाती है।
- पत्ता गोभी के पत्ते चबाने से बाल घने होने लगते हैं।
- पत्तागोभी का रस लगातार दो तीन माह तक सिर पर लगाने से गंजापन दूर हो जाता है।
तुरई-
- पीलिया होने पर तुरई का रस यदि रोगी की नाक में दो से तीन बूंद डाला जाए तो नाक से पीले रंग का द्रव बाहर निकलता है। आदिवासी मानते है कि इससे पीलिया रोग खत्म हो जाता है।
-आधा किलो तुरई को बारीक काटकर 2 लीटर पानी में उबाल लें। इसके बाद इस पानी में बैंगन को पका लें। बैंगन पक जाने के बाद इसे घी में भूनकर गुड़ के साथ खाने से बवासीर में आराम मिलता है।
- तुरई में इन्सुलिन की तरह पेप्टाईड्स पाए जाते हैं। इसलिए इसे डायबिटीज नियंत्रण के लिए एक अच्छा उपाय माना जाता है।
-तुरई की बेल को सुखाकर रख लें। इसे दूध या पानी में घिसकर 5 दिनों तक सुबह शाम लें। पथरी में आराम मिलता है।
- तुरई के पत्तों और बीजों को पानी में पीसकर त्वचा पर लगाने से दाद-खाज और खुजली जैसे रोगों में आराम मिलता है।
पालक-
पालक में विटामिन ए, बी, सी और र्ई के अलावा प्रोटीन, सोडियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, क्लोरिन, थायामिन, फाइबर, राइबोफ्लैविन और लौह तत्व आदि पाए जाते हैं।
- पालक के एक गिलास जूस में स्वादानुसार सेंधा नमक मिलाकर सेवन करने से दमा और सांस के रोगों में लाभ होता है।
- दिल के रोगियों को रोजाना एक कप पालक के जूस में 2 चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए, ये बड़ा गुणकारी होता है।
- पालक में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसके नियमित सेवन से झुर्रियां दूर हो जाती हैं। साथ ही, त्वचा में कसाव आता है। पालक और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाएं। इस रस में दो या तीन बूंद ग्लिसरीन मिलाकर त्वचा पर रात को सोते समय लगाएं। झुर्रियां खत्म हो जाएंगी।
- सनबर्न की समस्या भी पालक के सेवन से दूर हो जाती है। पालक का जूस लाभकारी होता है, क्योंकि इसमें विटामिन बी कॉम्पलेक्स पाया जाता है। इसीलिए यह सूर्य की किरणों से त्वचा की रक्षा करता है।
-पालक में विटामिन के और फोलेट भी पाया जाता है। इसीलिए यह डार्क सर्कल्स मिटाता है। यदि आपका रंग सांवला है तो पालक के जूस का सेवन करें। इसके सेवन से रंग साफ हो जाता है।
-पालक जूस में विटामिन ए और विटामिन सी होता है, यह त्वचा की बीमारियों को दूर कर देता है।
- पालक में फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसीलिए इसके सेवन से पाचन ठीक रहता है। कब्ज से आराम के लिए 100 मिलीलीटर पालक के जूस में उतना ही पानी मिलाकर पीना फायदेमंद होता है। पालक का रस आमाशय, आंतों या पेट की बीमारियों में बहुत लाभकारी है। इसके सेवन से कब्ज, एसिडिटी, गैस, अपच, बवासीर आदि समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- पालक का ग्लाइकेमिक इंडेक्स स्तर कम होता है, जो शरीर में ग्लूकोज का स्तर सामान्य बनाए रखता है। इसीलिए डायबिटीज के मरीजों के लिए नियमित रूप से पालक के जूस का सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
- पालक के जूस में कैल्शियम अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इसीलिए पालक दांतों को मजबूत बनाता है और उनकी सफेदी बरकरार रखता है। यह मुंह में एसिड जमा नहीं होने देता है।
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