सर्वांगासन और भुजंगासन से याददाश्त अच्छी होती है
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याददाश्त से जुड़ी छोटी-छोटी समस्याएं हम सभी के जीवन से जुड़ी होती हैं। किसी बीमारी से परेशान हों तो डॉक्टर के परामर्श से हम ठीक हो जाते हैं लेकिन याददाश्त से संबंधित समस्याओं का हल खोजना हमारे लिए मुश्किल होता है। ऐसे में अच्छी डाइट, सेहतमंद जीवनशैली के अलावा योगासनों से भी याददाश्त तेज करने में मदद मिल सकती है। अच्छी याददाश्त के लिए तरह-तरह के योगासन, ध्यान और प्राणायाम का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद है। योगासन से शरीर में रक्त व ऑक्सीजन का प्रवाह अच्छी तरह होता है जिससे मस्तिष्क में इनका समचार बिना किसी रुकावट के होता है। इससे मस्तिष्क स्वस्थ रहता है और याददाश्त अच्छी रहती है। वहीं प्राणायाम के दौरान शरीर की ऊर्जा का संतुलन बना रहता है। गहरी सांस लेने से दिमाग को भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलता है जिससे दिमाग तेजी से काम करते है। वहीं ध्यान के नियमित अभ्यास से मानसिक शांति और तरोताजगी मिलती है।
सर्वांगासन
इस आसन के लिए पहले सीधे लेट जाएं, फिर पैरों को धीरे-धीरे उठाते हुए 90 डिग्री का कोण बनाएं। हाथों से कमर को सहारा दें। इस आसन में शरीर का सारा भार गर्दन पर पड़ना चाहिए। पैरों को सीधा रखें। कुछ क्षण बाद सामान्य मुद्रा में आ जाएं। इस आसन के नियमित अभ्यास से दिमाग में रक्त का प्रवाह सुचारू रूप से होता है जिससे दिमाग तेज चलता है और अच्छी रहती है।
भुजंगासन
भुजंगासन करने के लिए मैट पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हाथों को कंधों के पास रखें, धीरे-धीरे सिर और छाती को ऊपर उठाएं। सांस को सामान्य रखते हुए क्षमतानुसार रुकें। फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं। याददाश्त तेज करने के लिए यह आदर्श योगासन है। इसके अलावा, साटिका, स्लिप डिस्क, कमर दर्द, स्पोंडलाइटिस आदि समस्याओं में भी इससे बहुत आराम मिलता है।
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